प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की एक बैठक में शामिल हुए । मंदिर ट्रस्ट की यह बैठक बुधवार शाम 6 बजे हुई। मालूम हो कि बुधवार को ही बाबरी विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) की एक स्पेशल अदालत ने आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट से बरी होने के बाद लाल कृष्ण आडवाणी की ये पहली बैठक थी ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की एक बैठक में शामिल हुए । मंदिर ट्रस्ट की यह बैठक बुधवार शाम 6 बजे हुई। मालूम हो कि बुधवार को ही बाबरी विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) की एक स्पेशल अदालत ने आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट से बरी होने के बाद लाल कृष्ण आडवाणी की ये पहली बैठक थी ।
पीएम मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी हैं सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्य
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट 8 सदस्यों का ट्रस्टी बोर्ड है जिसमें फिलहाल 7 सदस्य हैं। इन सात सदस्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल, हर्षवर्धन नेवतिया, पीके लहेरी, जी डी परमार शामिल हैं। वर्तमान में ट्रस्ट के चेयरमैन केशूभाई पटेल हैं। सोमनाथ ट्रस्ट ही प्रभास पाटन में स्थित सभी 64 मंदिरों का प्रबंधन देखता है। इसके अलावा ट्रस्ट के पास 2,000 एकड़ जमीन भी है। ट्रस्ट की दूसरी जिम्मेदारियों में चंदा एकत्र करना और मंदिर से संबंधित सभी देखभाल के कार्यों का संचालन करना होता है।
क्या है सोमनाथ ट्रस्ट
सोमनाथ ट्रस्ट एक धार्मिक चैरिटबल ट्रस्ट है जो गुजरात पब्लिक ट्रस्ट एक्ट 1950 के तहत रजिस्टर्ड है। इस ट्रस्ट के पास ही सोमनाथ मंदिर के साथ 64 अन्य मंदिरों और इनके गेस्ट हाउस का रखरखाव रखने का अधिकार है। ट्रस्टी के बोर्ड में एक चेयरमैन और सचिव समेत आठ सदस्य होते हैं। ट्रस्ट का कामकाज इसके ट्रस्टी देखते हैं।