दिल्ली : हाईकोर्ट में सुनवाई; वकीलों ने कहा-मीडिया कवरेज पर रोक लगे; हंगामे के बीच उठकर अंदर चले गए चीफ जस्टिस

शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में कार पार्किंग को लेकर पुलिस और वकीलों के बीच विवाद हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस की गाड़ी को आग लगा दी गई। वहीं स्थिति कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने फायरिंग भी की। इसके बाद कई वीडियो सामने आए, जिसमें वकीलों द्वारा पुलिस की पिटाई की जा रही है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 6, 2019 5:18 AM IST / Updated: Nov 06 2019, 04:18 PM IST

नई दिल्ली. तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प मामले पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई हो रही है। कोर्ट में हुई झड़प के बाद मंगलवार को पुलिसकर्मियों का पुलिस हेडक्वार्टर के सामने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद बुधवार को रोहिणी कोर्ट के बाहर वकीलों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। वकीलों ने पुलिस कमिश्नर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

गृह मंत्रालय की याचिका पर सुनवाई

दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जारी विवाद को लेकर गृह मंत्रालय की दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई हो रही है। वकीलों द्वारा गृह मंत्रालय की अर्जी पर आपत्ति जताने के बाद गृह मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा, याचिका उद्देश्य दिल्ली में शांति व्यवस्था बनाए रखना है। वकीलों की मांग है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि पुलिसवालों ने ही हमें उकसाया था।

दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग

प्रदर्शन कर रहे एक वकील का कहना है, 'हमारी लड़ाई केवल उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ है जिन्होंने हम पर उस दिन फायरिंग और लाठीचार्ज किया। हम तब तक प्रदर्शन करेंगे जब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता।'

रोहिणी कोर्ट के दरवाजे बंद

वकीलों के प्रदर्शन के दौरान रोहिणी कोर्ट का दरवाजा आम आदमी के लिए बंद कर दिया है। वहीं एक वकील ने खुद पर केरोसिन छिड़कर आग लगाने की कोशिश की, लेकिन साथी वकीलों ने वक्त रहते उसे रोक लिया।

तीस हजारी कोर्ट में क्या हुआ था
शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में कार पार्किंग को लेकर पुलिस और वकीलों के बीच विवाद हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस की गाड़ी को आग लगा दी गई। वहीं स्थिति कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने फायरिंग भी की। इसके बाद कई वीडियो सामने आए, जिसमें वकीलों द्वारा पुलिस की पिटाई की जा रही है। वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को दिल्ली पुलिसकर्मियों ने पुलिस हेडक्वार्टर के सामने 10 घंटे तक प्रदर्शन किया। इसके बाद जब उनकी मांगे मानने का वादा किया गया, तो वे अपने घर लौट गए।

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