उत्तर प्रदेश के कासगंज क्षेत्र में गुंडों ने एक कांस्टेबल की हत्या कर दी गई। घटना उस वक्त हुई, जब पुलिस की टीम शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गई थी। तभी पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला हुआ। एक एसआई घायल हो गया।
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के कासगंज क्षेत्र में गुंडों ने एक कांस्टेबल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना उस वक्त हुई, जब पुलिस की टीम शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गई थी। तभी पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला हुआ। एक एसआई घायल हो गया। घटना को कानपुर के विकरू कांड जैसे घटना के तौर पर देखा जा रहा है।
अवैध फैक्ट्री पर मारा था छापा
पुलिस इलाके में एक अवैध शराब फैक्ट्री पर छापा मारने गई थी। मृतक कांस्टेबल की पहचान देवेंद्र के रूप में हुई है जबकि एसआई की पहचान अशोक कुमार के रूप में हुई है। वहीं पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हत्याकांड के एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है। हालांकि घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
सिपाही की पीट-पीटकर हत्या
कासगंज के डीएम सीपी सिंह ने बताया, मंगलवार की शाम 7 बजे एसआई अशोक और सिपाही देवेंद्र नगला धीमर गांव गए थे। वहां अवैध शराब का कारोबार चलने की खबर मिली थी। जब दोनों लोग वहां पर पहुंचे तो बदमाशों ने लाठी डंडों से हमला कर दिया। सिपाही देवेंद्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
SI अर्धनग्न हालत में खेत में मिला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसआई और सिपाही को पहले गांव में मारा, फिर बंधक बनाकर अनजान जगह पर ले गए। किसी तरह पुलिस को खबर मिली तो सर्च ऑपरेशन चलाया गया। एसआई खेत में अर्धनग्न हालत में घायल मिला था।
वारदात के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल पहुंचा। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। सीएम योगी ने आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने के निर्देश दिए हैं। शरीद सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।