भारत-चीन सीमा के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में एक महिला रह रही है और वह खुद को देवी पार्वती की अवतार बता रही। महिला का दावा है कि वह कैलाश पर्वत पर भगवान शिव से विवाह करेगी। महिला को प्रतिबंधित क्षेत्र से हटाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गई हैं।
पिथौरागढ़। भारत-चीन सीमा के पास नाभिधांग के प्रतिबंधित इलाके में एक महिला रह रही है। प्रतिबंधित इलाके में रह रही महिला जगह छोड़ने से इनकार करते हुए यह दावा कर रही है कि वह पार्वती की अवतार है। महिला का कहना है कि कैलाश पर्वत पर रहने वाले भगवान शिव से वह शादी करेगी। पूरा प्रशासन महिला के प्रतिबंधित क्षेत्र से निकालने के लिए मना रहा लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी है। महिला लखनऊ की रहने वाली है।
जबर्दस्ती करने पर आत्महत्या की धमकी
प्रतिबंधित क्षेत्र में रह रही महिला लखनऊ की रहने वाली है। महिला का नाम हरमिंदर कौर बताया जा रहा है। वह लखनऊ के अलीगंज इलाके में रहती है। वह अनुमति लेकर 15 दिन के लिए गई थी लेकिन अचानक से वह प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर रहने लगी। अब आने से इनकार कर रही है।
कई टीमें लगाई गई मनाने के लिए लेकिन नाकाम रहे
पिथौरागढ़ के एसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा कि प्रतिबंधित क्षेत्र से हरमिंदर कौर को हटाने गई एक पुलिस टीम को भेजा गया था। लेकिन पुलिस टीम उसे लाने में असफल रही और निराश होकर लौटना पड़ा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला ने टीम को धमकी दी कि अगर उन्होंने उसे ले जाने पर जोर जबर्दस्ती किया तो वह आत्महत्या कर लेगी।
एक दूसरी टीम भेजने की योजना
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने कहा कि अब एक दूसरी टीम भेजी जाएगी। यह टीम अधिक सदस्य संख्या वाली होगी। अगर वह नहीं मानीं तो उसे जबरन धारचूला लाने लाया जाएगा। एसपी ने कहा कि प्रतिबंधित क्षेत्र से महिला को वापस लाने के लिए धारचूला से दो उप निरीक्षकों और एक निरीक्षक की तीन सदस्यीय पुलिस टीम भेजी गई थी, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि हमने महिला को वापस लाने के लिए शुक्रवार को चिकित्सा कर्मियों सहित 12 सदस्यीय एक बड़ी पुलिस टीम भेजने की योजना बनाई है।
गुंजी गई थी 15 दिनों के लिए लेकिन...
एसपी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलीगंज इलाके की रहने वाली महिला एसडीएम धारचूला से 15 दिन की अनुमति पर अपनी मां के साथ गुंजी गई थी, लेकिन 25 मई को उसकी अनुमति समाप्त होने के बाद भी प्रतिबंधित क्षेत्र छोड़ने से इनकार कर दिया। महिला मानसिक रूप से स्थिर नहीं है क्योंकि वह दावा करती है कि वह देवी पार्वती का अवतार है, और भगवान शिव से शादी करने आई है। गुंजी कैलाश-मानसरोवर के रास्ते में है।