आगामी विधानसभा चुनाव 2019 का ऐलान हो चुका है। महाराष्ट्र और हरियाणा में बीजेपी चुनावों को लेकर नई रणनीति तैयार कर रही है। महाराष्ट्र में शिव सेना और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान है। बीजेपी ने चुनाव के लिए जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने को अपना बड़ा मुद्दा बनाया है। साथ ही युवाओं को लुभाने के लिए पार्टी 'कॉफी विद यूथ' कार्यक्रम शुरू करेगी।
मुंबई. आगामी विधानसभा चुनाव 2019 का ऐलान हो चुका है। महाराष्ट्र और हरियाणा में बीजेपी चुनावों को लेकर नई रणनीति तैयार कर रही है। महाराष्ट्र में शिव सेना और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान है। बीजेपी ने चुनाव के लिए जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने को अपना बड़ा मुद्दा बनाया है। साथ ही युवाओं को लुभाने के लिए पार्टी 'कॉफी विद यूथ' कार्यक्रम शुरू करेगी।
अनुच्छेद 370 को लेकर पार्टी ने अभी से जनता के बीच जोश पैदा करना शुरू कर दिया है। दोनों ही मुद्दे को राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए, सत्तारूढ़ भाजपा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। पार्टी ने पहले ही घोषित कर दिया है कि वह पीएम नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा रद्द किए गए आर्टिकल 370 को चुनावी मुद्दा बनाएगी। जनमत को एकजुट करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 पर बीजेपी बड़ा दांव खेलेगी। साथ ही देश के युवा वोटर्स को रिझाने के लिए इस बार पार्टी ने नई चाल चली है। बीजेपी ने 'कॉफी विद करण' की तरह 'कॉफी विद यूथ' कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है।
बीजेपी महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों राज्यों में जन जागरण अभियान शुरू करेगी। जिसमें जनता को आर्टिकल 370 और धारा 35 ए हटाए जाने का समर्थन करने की अपील की जाएगी। इसके साथ ही पार्टी ने 370 छोटी-छोटी घरेलू मीटिंग करवाएगी जिसमें से देश भर में 35 बड़ी मीटिंग जाएंगी और अकेले जम्मू कश्मीर में सिर्फ 6 मीटिंग की जाएंगी। मुंबई के एक कार्यक्रम में राष्ट्राध्यक्ष अमित शाह ने 370 हटाए जाने को पीएम मोदी का एक ऐतिहासिक फैसला बताते हुए जनता में जोश जगाया।
अमित शाह ने महाराष्ट्र के जनता से सीथे संवाद करते हुए उनसे पूछा क्या वह आर्टिकल 370 के समर्थन में है या विरोध में? इसका फैसला वो जल्द कर लें। इसके साथ ही शाह ने कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए पूछा क्या वह देश हित में इस फैसले का समर्थन करते हैं या नहीं? 1 सितंबर को एक सोलापुर की एक रैली में में अमित शाह ने, कांग्रेस को हुंकारते हुए बताया कि, मैंने राहुल गांधी और शरद पवार से आर्टिकल 370 और 35 ए पर अपना पक्ष रखने को कहा था। 18 सितंबर को झारखंड में एक कार्यक्रम में बोलते हुए शाह ने कहा कि, "अब जब सरकार ने 370 को हटा दिया है तब भी कांग्रेस के पेट में दर्द बराबर बना हुआ है।"
हरियाणा के जींद में भी शाह ने एक रैली के दौरान 370 के मुद्दे को उठाया। शाह ने कहा कि आर्टिकल 370 को हटाना कश्मीर के विकास के लिए बड़ा फैसला था। लेह और लद्दाख कश्मीर के विकास में रोड़ा थे इसलिए उन्हें अलग कर दिया गया। साथ ही पीएम मोदी भी जनता के बीच आर्टीकल 370 हटाए जाने को बार बार उठा रहे हैं। पीएम ने कहा कि यह फैसला देश के 130 लोगों की मर्जी से हुआ है जम्मू कश्मीर की जनता की भलाई के लिए किया गया था। विधान सभा चुनाव 2019 बीजेपी 370 के बलबूते ही लड़ने को तैयार दिख रही है। पीएम मोदी ने भी इस फैसले को सरकार के अब तक के सबसे ऐतिहासिक फैसलों में गिनाया है। साथ ही चुनाव के लिए इसे एक बड़े मुद्दे के तौर पर पेश कर रहे हैं।
इसके अलावा पार्टी युवाओं को रिझाने के लिए नई रणनीति अपना रही है। इसमें फर्स्ट वोटर्स को 'कॉफी विद यूथ' कार्यक्रम के तहत जोड़ा जाएगा और उनसे देश हित के विषय में बातें की जाएंगी। युवाओं को ग्रुप में कॉपी विद यूथ कार्यक्रम में बातचीत करवाई जाएगी। जिसमें नई विचारों और सरकार के फैसलों पर युवाओं की राय ली जाएगी। बीजेपी युवाओं को टारगेट कर चुनाव जीतने में लगी हुई है।