
Manipur Violence: मणिपुर में जातीय और उग्रवादी टकराव एक बार फिर खून-खराबे में बदल गया है। सोमवार दोपहर चुराचांदपुर (Churachandpur) जिले के मोंगजांग गांव में कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (KNO) के डिप्टी चीफ थेंखोतांग हाओकिप उर्फ थाहपी (Thenkhothang Haokip alias Thahpi) की एक घातक हमले में हत्या कर दी गई। इस हमले में कुकी नेशनल आर्मी (KNA) के दो अन्य सदस्य और एक स्थानीय महिला की भी मौत हो गई।
यह हमला यूनाइटेड कुकी नेशनल लिबरेशन आर्मी (UKNA) द्वारा किया गया जो कि KNO की प्रतिद्वंद्वी उग्रवादी इकाई है। UKNA ने कथित तौर पर व्हाट्सएप ग्रुप्स में बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है और इसे बदले की कार्रवाई बताया है। उन्होंने दावा किया कि KNA के हाथों उनके नेता और 30 से अधिक लोगों की हत्या हुई थी।
हमले में मारे गए अन्य KNA सदस्यों की पहचान 34 वर्षीय सैखोगिन (Seikhogin) और 35 वर्षीय लेंगौहाओ (Lengouhao) के रूप में हुई है। लेंगौहाओ, KNO के प्रमुख पीएस हाओकिप (PS Haokip) के दामाद थे। तीनों लोग एक सफेद SUV में सवार थे जब दोपहर करीब 2 बजे मोंगजांग गांव में उन पर हमला हुआ।
हमले में एक 72 वर्षीय स्थानीय महिला फालहिंग (Phalhing) की भी मौत हुई, जो कोइटे गांव की निवासी थीं और हमले के वक्त मौके पर मौजूद थीं।
UKNA भारत सरकार और मणिपुर सरकार के साथ हुए सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौते का हिस्सा नहीं है। इस समझौते के तहत उग्रवादियों को हथियारों सहित चिन्हित शिविरों में रहना होता है, जिनकी निगरानी समय-समय पर सुरक्षा बल और संगठन मिलकर करते हैं।
इससे पहले 8 मार्च को असम राइफल्स (Assam Rifles) ने चुराचांदपुर के हेंगलेप गांव में UKNA के एक कैंप को ध्वस्त कर दिया था जो कि जंगल में छिपाकर बनाया गया था।
KNO और यूनाइटेड पीपल्स फ्रंट (UPF) हाल ही में गृह मंत्रालय (MHA) के अधिकारियों से मुलाकात कर मणिपुर के कुछ हिस्सों को अलग प्रशासन या विधानसभा वाले केंद्रशासित प्रदेश (Union Territory) का दर्जा देने की मांग कर चुके हैं।
घटना के बाद पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस हमले पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है।