छत्तीसगढ़ में शनिवार को हुए नक्सली हमले में 24 जवान शहीद हो गए थे। अब प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (एम) ने बयान जारी कर कि उनकी लड़ाई सुरक्षाबलों और पुलिस के खिलाफ नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे किस किस से बदला लेंगे।
नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ में शनिवार को हुए नक्सली हमले में 24 जवान शहीद हो गए थे। अब प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (एम) ने बयान जारी कर कि उनकी लड़ाई सुरक्षाबलों और पुलिस के खिलाफ नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे किस किस से बदला लेंगे।
अमित शाह सोमवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। यहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी और मुठभेड़ में जख्मी जवानों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैं छत्तीसगढ़ और देश की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हू कि नक्सलियों के खिलाफ हम इस लड़ाई को अब और तेज करेंगे। मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि नक्सलियों के खिलाफ ये लड़ाई रुकेगी नहीं बल्कि और गति के साथ आगे बढ़ेगी। इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाएंगे, नक्सलवादियों के खिलाफ हमारी विजय निश्चित है।
किस-किस से बदला लेंगे शाह
अमित शाह के दौरे के बाद नक्सली प्रवक्ता अभय ने एक पर्चा जारी किया। इसमें उसने लिखा कि हम पुलिस के साथ संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन जब वे सरकारी तंत्र का हथियार बनकर उन पर हमला करते हैं तो उन्हें जवाब देना पड़ता है। नक्सलियों ने पुलिस को भी शोषित जनता का हिस्सा बताते हुए लोगों से अपील की है कि अपने बच्चों को पुलिस में भर्ती नहीं करें।
इस पर्चे में कहा गया है कि सरकार और सुरक्षा बलों के अभियान के खिलाफ वे टैक्टिकल काउंटर ऑपेंसिव कैंपेन चला रहे हैं। इसमें 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी या तो घायल हुए हैं या मारे गए। इतना ही नहीं नक्लियों ने सरकार के खिलाफ 26 अप्रैल को भारत बंद बुलाया है।