पुलिस ने 5 अगस्त को बर्नार्ड एन मराक की छह दिन की हिरासत मांगी, तुरा अदालत ने यह मंजूर कर लिया। पुलिस यह जानना चाहती है कि अवैध कारोबार से प्राप्त आय का इस्तेमाल कैसे किया जा रहा था और हथियार कैसे हासिल किए गए।
गंगटोक। मेघालय बीजेपी (Meghalaya BJP) के प्रदेश उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मराक (Bernard N Marak) के बारे में पुलिस ने बड़ा बयान दिया है। पुलिस ने कहा कि पूर्वोत्तर में अपने फार्म हाउस में सेक्स रैकेट चलाने वाला नेता जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। वह लगातार जांच में गुमराह कर रहा है। बीते दिनों लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद मराक को यूपी में अरेस्ट किया गया था।
सारे मृतक हैं केयर टेकर...
पुलिस ने कहा कि पूर्व उग्रवादी नेता ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वह लगभग दो साल से फार्महाउस को होमस्टे के रूप में संचालित कर रहा था, लेकिन यह नहीं जानता कि हाल के दिनों में वहां क्या हो रहा है क्योंकि वह पिछले तीन महीनों से वहां नहीं गया था।
उसके फार्म हाउस का केयरटेकर कौन है? इस सवाल पर उसने मृतक व्यक्तियों के नाम पुलिस को बता दिए। फार्म हाउस पर 73 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। 22 नाबालिगों को भी यहां से बचाया गया था। यह फार्म हाउस वेस्ट गारो हिल्स जिला के तुरा में है। पुलिस ने बताया कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसने फार्महाउस में चल रही अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी नहीं दी है।
11 अगस्त तक है पुलिस हिरासत में...
पुलिस ने 5 अगस्त को बर्नार्ड एन मराक की छह दिन की हिरासत मांगी, तुरा अदालत ने यह मंजूर कर लिया। पुलिस यह जानना चाहती है कि अवैध कारोबार से प्राप्त आय का इस्तेमाल कैसे किया जा रहा था और हथियार कैसे हासिल किए गए।
भारी मात्रा में विस्फोटक भी हुए थे बरामद
रिंपू बागान नाम के फार्महाउस से कुल 35 जिलेटिन की छड़ें और 100 डेटोनेटर, चार क्रॉसबो और 15 तीर जब्त किए गए। इससे पहले पुलिस ने 22 जुलाई को फार्महाउस से मादक पेय और कंडोम बरामद किया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि गारो हिल्स ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के सदस्य ने स्वीकार किया कि वह रिंपू बागान का एकमात्र मालिक है और वह इसे 2020 से बिना अनुमति के होमस्टे के रूप में चला रहा है। हालांकि, मारक ने दावा किया कि वह पिछले तीन महीनों में संपत्ति का दौरा नहीं किया था और फार्महाउस में की जा रही गतिविधियों से अवगत नहीं था।
हापुड़ से हुआ था मारक अरेस्ट
मेघालय पुलिस द्वारा उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के कुछ घंटों बाद उसे 26 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से गिरफ्तार किया गया था। तुरा की एक अदालत ने 25 जुलाई को भाजपा नेता के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
भाजपा राज्य के सत्तारूढ़ मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा कर रहे हैं। आतंकवादी से नेता बने मराक ने पहले दावा किया था कि वह निर्दोष है और आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध का लक्ष्य था और उसे अपने जीवन के लिए डर था। प्रदेश भाजपा ने भी उनके दावे का समर्थन किया। मेघालय के सीएम ने आरोप से इनकार किया।
ऐसी अटकलें थीं कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भगवा पार्टी संगमा के खिलाफ मारक को मैदान में उतारेगी। मारक अब भंग हो चुके सशस्त्र विद्रोही समूह एएनवीसी (बी) के अध्यक्ष थे। बीजेपी में शामिल होने के पहले वह तुरा से आदिवासी परिषद चुनाव जीते थे।
यह भी पढ़ें:
Niti Aayog की मीटिंग का KCR ने किया बॉयकाट, राज्यों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया का लगाया आरोप