मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री और 'मिस्टर क्लीन' के नाम से जाने जाने वाले साल्सेंग मारक का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मारक 1993 से 1998 तक मेघालय के मुख्यमंत्री रहे और अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए जाने जाते थे।
Mr. Clean's death: मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री साल्सेंग मारक का शुक्रवार 16 जुलाई को निधन हो गया। मिस्टर क्लीन के नाम से राज्य में लोकप्रिय रहे पूर्व सीएम मारक लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 83 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली है। तुरा जिले के होली क्रॉस हॉस्पिटल में उनको बीते सप्ताह भर्ती कराया गया था लेकिन स्थितियों में सुधार नहीं होने पर उनको 12 अगस्त को तुरा सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उनका अंतिम संस्कार गृह क्षेत्र रेसुबेलपारा में किया जाएगा। मारक के निधन के बाद राज्य में राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। उनके निधन पर विभिन्न राजनैतिक दलों ने शोक जताया है।
पांच साल का कार्यकाल बिना पार्टी बदले पूरा करने वाले पहले सीएम
साल्सेंग मारक, 1993 से 1998 तक मेघालय के मुख्यमंत्री रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान मेघालय के डेवलपमेंट कार्यों और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए जाने जाते हैं। राज्य में उनको मिस्टर क्लीन के नाम से जाना जाता है। मेघालय की राजनीति के वह पहले ऐसे नेता था जिन्होंने बिना पार्टी बदले अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। 90 के दशक में राजनैतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहे राज्य में उन्होंने एक स्थायी सरकार दिया।
कांग्रेस के सबसे सीनियर लीडर्स में शुमार
साल्सेंग सी.मारक कांग्रेस के सबसे सीनियर लीडर्स में शुमार रहे हैं। वह जीवन भर कांग्रेस में ही रह गए। कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनैतिक जीवन की शुरूआत करने वाले मारक की गिनती सबसे वफादार कांग्रेसियों में शुमार रहे हैं। वह 1970 में पहली बार मेघालय विधानसभा में पहुंचे। रेसुबेलपारा विधानसभा क्षेत्र में पहली बार विधायक चुने जाने के बाद वह लगातार यहां का प्रतिनिधित्व किए। 1970 से 2008 तक वह विधायक रह चुके हैं। कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल करने वाले मारक 2003 में मेघालय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
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