कांग्रेस और बीजेपी एक ही गठबंधन में सरकार चला रहें, इस राज्य में दोनों दल एक साथ

एनपीपी और कांग्रेस पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी थे, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में कांग्रेस के 12 विधायकों के शामिल होने के बाद दोनों पार्टियां करीब आ गई हैं।

गुवाहाटी। देश के दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दल मेघालय (Meghalaya) में एक साथ गठबंधन में सरकार में हैं। मेघालय में कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) एक ही गठबंधन में हैं। राज्य में मुख्यमंत्री कोनराड संगमा (Conrad Sangama) की नेशनल पीपुल्स पार्टी (National Peoples Party) के नेतृत्व वाले गठबंधन को कांग्रेस (Congress) ने समर्थन दिया है। इस गठबंधन में बीजेपी भी है।

कांग्रेस ने दिया पांच विधायकों का समर्थन

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दरअसल, राज्य में नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व में कई पार्टियों के गठबंधन में सरकार चल रही है। इस गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी भी है। कांग्रेस पार्टी नेता एम्पीयरन लिंगदोह के नेतृत्व में सभी पांच कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी या एनपीपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को समर्थन करने का ऐलान कर दिए हैं। लिंगदोह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने श्री संगमा के मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (Meghalaya Democratic Alliance), या एमडीए (MDA) में शामिल होने का फैसला किया है। कांग्रेस के सभी पांच विधायकों ने मंगलवार को कोनराड संगमा से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन पत्र दिया।

दोनों प्रतिद्वंद्वी टीएमसी की वजह से आए साथ

मेघालय में एनपीपी और कांग्रेस पारंपरिक प्रतिद्वंद्ववी रहे हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के राज्य में सक्रिय होते ही दोनों पार्टियां एक साथ आ गई हैं। कुछ दिनों पहले ही ममता बनर्जी की पार्टी में कांग्रेस के 12 विधायक शामिल हो गए थे। इसके बाद दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी भी साथ हैं।

कांग्रेस विधायक दल की नेता ने दिया समर्थन

कांग्रेस की सीएलपी नेता ने बताया कि पार्टी ने संगमा के नेतृत्व वाले एमडीए को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक सरकार को मजबूत करने के लिए एमडीए गठबंधन में शामिल हो गए हैं। बताया कि सभी सीएलपी सदस्यों ने समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए और इसे मेघालय के मुख्यमंत्री को दिया। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे के हितों की रक्षा कर रहे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य हमारे निर्वाचन क्षेत्रों के लिए न्याय की तलाश करना है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार के निर्णय को मजबूत करने के लिए एमडीए का समर्थन करते हैं कि हमारा संयुक्त प्रयास राज्य को नागरिकों के सामान्य हित में आगे ले जाएगा।

उन्होंने कहा कि हम पांच विधायकों ने यह फैसला किया है और हम साथ हैं क्योंकि हमें हुक्म देने वालों और हम कहां खड़े हैं, के बीच बहुत अंतर है। यह सीएलपी का फैसला है। हम विधायक हैं जो लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमें उम्मीद है कि पार्टी और आलाकमान हमारे फैसले का समर्थन करेगा।

टीएमसी ने बताया सत्ता का भूखा

तृणमूल कांग्रेस की मेघालय इकाई ने कहा, "सत्ता के भूखे लोगों ने आधिकारिक तौर पर हाथ मिला लिया है।"
तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट किया कि बेईमान और सत्ता के भूखे लोगों ने आधिकारिक रूप से हाथ मिला लिया है। कांग्रेस और एनपीपी के नेतृत्व वाले एमडीए के बीच इस गठबंधन ने एक बार फिर स्पष्ट रूप से तृणमूल कांग्रेस को मेघालय में एकमात्र विश्वसनीय विकल्प के रूप में चिह्नित किया है। मेघालय को समर्पित, हम सभी के विकास के लिए लड़ना जारी रखेंगे।

तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि पिछले साल के अंत में तृणमूल कांग्रेस में विलय करने वाले 12 पूर्व कांग्रेस विधायकों ने विपक्ष में रहने और राज्य के विकास के लिए लड़ने के इरादे से ऐसा किया था जबकि शेष पांच कांग्रेस विधायकों ने एमडीए-सरकार में सत्ता में बने रहने के लिए समर्थन दिया है।


 

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