मिजोरम-असम सीमा विवाद हुआ हिंसक, हिमंत बिस्वा का दावा-छह जवानों की गई जान, मिजोरम ने कहा-असम ने की गोलीबारी

दोनों राज्यों के बीच 164.6 किलोमीटर की सीमा है। मिजोरम के जिले आइजोल, कोलासिब और ममित असम के कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों के साथ सीमा के इस हिस्से को साझा करते हैं। विवाद दोनों राज्यों के लोगों के आने जाने से उपजा है। आरोप है कि दोनों राज्यों से निवासी अवैध ढंग से घुसपैठ करते हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 26, 2021 4:02 PM IST / Updated: Jul 26 2021, 09:59 PM IST

नई दिल्ली।  मिजोरम और असम के बीच सीमा विवाद अब दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच नोकझोंक में बदल चुका है। हालांकि, दो राज्यों के प्रमुखों का सरेआम एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने नसीहद देते हुए बातचीत कर सुलझाने को कहा है। 

उधर, दोनों राज्यों के बीच विवादित सीमा पर क्षेत्रों में हिंसा भड़कने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि सीमा पर झड़पों में छह पुलिसकर्मी मारे गए हैं।जबकि मिजोरम के गृहमंत्री ने दावा किया है कि असम पुलिस ने उनके जवानों पर गोलीबारी की, आंसू गैस छोड़े। उनके नागरिक भी असम पुलिस की कार्रवाई में घायल हुए हैं। 

दरअसल, दोनों राज्यों के बीच 164.6 किलोमीटर की सीमा है। मिजोरम के जिले आइजोल, कोलासिब और ममित असम के कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों के साथ सीमा के इस हिस्से को साझा करते हैं। विवाद दोनों राज्यों के लोगों के आने जाने से उपजा है। आरोप है कि दोनों राज्यों से निवासी अवैध ढंग से घुसपैठ करते हैं। 

पिछले महीने असम पुलिस द्वारा मिजोरम के नजदीकी सीमावर्ती गांव वैरेंगटे से करीब 5 किलोमीटर दूर ऐतलांग ह्नार को कथित तौर पर सीज करने के बाद स्थिति और खराब हो गई। असम पुलिस ने मिजोरम पर उसके क्षेत्र में अतिक्रमण करने का आरोप लगाया है।

हालांकि इस महीने नई दिल्ली में दोनों पक्षों के अधिकारियों ने क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए मुलाकात की, लेकिन सीमाओं पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

सोमवार को असम के कछार जिले और मिजोरम के कोलासिब जिले के बीच सीमावर्ती इलाके में गोलीबारी की सूचना मिली थी. असम पुलिस ने आरोप लगाया कि मिजोरम के बदमाशों ने आगजनी की और राज्य सरकार के अधिकारियों पर हमला किया। मिजोरम की ओर से इस दावे का खंडन किया गया था। मिजोरम ने कहा कि असम पुलिस ने फायरिंग किया और आंसू गैस छोड़े। 

गृहमंत्री की नसीहत के बाद भी ट्वीटर पर लड़ते रहे दोनों मुख्यमंत्री

उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप करने और दोनों पक्षों से सौहार्दपूर्ण तरीके से मामलों को सुलझाने का आग्रह करने के बावजूद जुबानी जंग कम नहीं हुई। आलम यह है कि शिलांग में सभी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अमित शाह के मुलाकात के दो दिन बाद ही हिंसा भड़क उठी।

दोनों राज्य एक दूसरे पर लगा रहे हिंसा भड़काने का आरोप 

स्थितियां बिगड़ने के बाद मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा द्वारा गृह मंत्री अमित शाह को एक ट्विटर पोस्ट में टैग करते हुए सीमा पर हिंसा का एक वीडियो साझा किया था। उन्होंने गृह मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया।

जोरमथांगा के ट्विटर पोस्ट के जवाब में, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि कोलासिब (मिजोरम) के पुलिस अधीक्षक खुद ही असम पुलिस को हटने के लिए कह रहे हैं जबतक नागरिक हिंसा नहीं थमती। उन्होंने भी अमित शाह से हस्तक्षेप की मांग की है। 

असम के बाद एक बार फिर मिजोरम के मुख्यमंत्री ने एक वीडियो फुटेज साझा किया। मिजोरम के मुख्यमंत्री ने एक जोड़े के एक और फुटेज को साझा किया, जिसे कथित तौर पर गुंडों द्वारा कछार के माध्यम से मिजोरम वापस जाने के दौरान तोड़फोड़ की गई थी।

शाह की नसीहत के बाद हिमंत ने किया मिजोरम के सीएम को फोन

ट्वीटर पर लड़ रहे मुख्यमंत्रियों से अमित शाह ने बातचीत कर सीमा मुद्दे को सुलझाने को कहा। इसके बाद हिमंत ने मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा को फोन किया और कहा कि असम राज्यों की सीमाओं के बीच यथास्थिति और शांति बनाए रखेगा। उन्होंने आइजोल का दौरा करने और जरूरत पड़ने पर इन मुद्दों पर चर्चा करने की इच्छा व्यक्त की।

इस पर, मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने जवाब दिया, हिमंत से आग्रह किया कि वे असम पुलिस को नागरिकों की सुरक्षा के लिए वैरेंगटे से वापस लेने का निर्देश दें।

मिजोरम के गृहमंत्री का दावा

मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने कहा कि मिजोरम सरकार चाहती है कि असम के साथ अंतर्राज्यीय सीमा विवाद को शांति और समझ के माहौल में सुलझाया जाए। उन्होंने दावा किया कि मिजोरम पुलिस पर आंसू गैस के गोले दागे गए। फिर असम की ओर से गोलीबारी की गई। उन्होंने बताया कि असम की ओर से हमला के बाद भी एसपी, कोलासिब जिला सीआरपीएफ ड्यूटी कैंप के अंदर असम पुलिस के साथ बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश करते रहे।

बाद में मिजोरम पुलिस ने असम पुलिस पर वापस फायरिंग करके जवाब दिया। मिजोरम के गृह मंत्री ने कहा कि असम पुलिस ने निहत्थे नागरिकों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे कई नागरिक घायल हुए।
 

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