AMU के शताब्दी समारोह को 56 सालों बाद संबोधित करने वाले पहले PM होंगे मोदी, 22 दिसंबर को होगा कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के 100 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। पीएम मोदी एएमयू के शताब्दी समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। बता दें कि 1964 के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री एएमयू के कार्यक्रम को संबोधित करेगा। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 17, 2020 10:15 AM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के 100 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। पीएम मोदी एएमयू के शताब्दी समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। बता दें कि 1964 के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री एएमयू के कार्यक्रम को संबोधित करेगा। पीएम मोदी दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री के बाद एएमयू के समारोह में शामिल होने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था।

आगामी 22 दिसंबर (मंगलवार) को यूनिवर्सिटी अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने का जश्न मनाएगी। एएमयू द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी प्रधानमंत्री के साथ होंगे। एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि एएमयू समुदाय विश्वविद्यालय के 100 वर्षों के समारोहों में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री की स्वीकृति के लिए आभारी है। 

छात्रों से किसी प्रकार की राजनीति न करने की अपील 
एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर विश्वविद्यालय के समुदाय, कर्मचारियों, सदस्यों, छात्रों और पूर्व छात्रों से आगामी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि शताब्दी समारोह में अभी लोग राजनीति से ऊपर उठकर शामिल हों। बता दें कि, इस महीने की शुरुआत में विश्वविद्यालय ने घोषणा की थी कि शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोंविंद मुख्य अतिथि हो सकते हैं। विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, मुख्य अतिथि में बदलाव अंतिम समय में किया गया है।

1920 में बना था AMU 
देश-दुनिया में फेमस एएमयू इस साल दिसंबर में सौ साल की हो गई। गौरतलब है कि सर सैयद अहमद खां ने 24 मई 1875 में सात छात्रों से मदरसा तुल उलूम के रूप में यूनिवर्सिटी की नींव रखी थी। 8 जनवरी 1877 को 74 एकड़ फौजी छावनी में मोहम्मद एंग्लो ओरिएंटल (AMO) कॉलेज को स्थापित किया। उसी साल 17 दिसंबर को विश्वविद्यालय के रूप में इसका औपचारिक रूप से उद्घाटन किया गया।

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