टीआरपी (टेलिविजन रेटिंग पॉइंट) केस में मुंबई पुलिस ने दावा किया है कि रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने दो चैनलों की रेटिंग बढ़ाने के लिए ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को लाखों रुपए दिए। पुलिस ने यह दावा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में किया है।
नई दिल्ली. टीआरपी (टेलिविजन रेटिंग पॉइंट) केस में मुंबई पुलिस ने दावा किया है कि रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने दो चैनलों की रेटिंग बढ़ाने के लिए ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को लाखों रुपए दिए। पुलिस ने यह दावा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में किया है।
टीआरपी केस में यह पहला मौका है, जब मुंबई पुलिस ने सीधे तौर पर अर्नब का नाम लिया है। इससे पहले आरोपियों की लिस्ट में रिपब्लिक के मालिक मेंशन था, अर्नब का नाम नहीं था।
कोर्ट ने 30 दिसंबर तक बढ़ाई दासगुप्ता की रिमांड
कोर्ट ने दासगुप्ता की रिमांड 30 दिसंबर तक बढ़ा दी। इससे पहले पुलिस ने कोर्ट में दासगुप्ता की रिमांड मांगते हुए कहा, जब गुप्ता बार्क के सीईओ थे, तो अर्नब और दूसरे आरोपियों ने रिपब्लिक भारत और रिपब्लिक टीवी की TRP अवैध तरीके से बढ़ाने की साजिश की थी। इसके लिए अर्नब ने दासगुप्ता को कई मौकों पर लाखों रुपए का पेमेंट किया।
दासगुप्ता ने खरीदे लग्जरी सामान
पुलिस के मुताबिक, दासगुप्ता ने टीआरपी बढ़ाने के लिए मिले पैसों से ज्वेलरी और दूसरे कीमती सामान खरीदे। इन्हें उनके घर से बरामद भी किया गया है। इनमें 1 लाख की घड़ी, और 2.22 लाख रुपए की इमिटेशन ज्वैलरी और स्टोन्स शामिल हैं।