ASSOCHAM के कार्यक्रम में मोदी ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है

Published : Dec 19, 2020, 11:27 AM ISTUpdated : Feb 05, 2022, 03:21 PM IST
ASSOCHAM के कार्यक्रम में मोदी ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है

सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (ASSOCHAM) के फाउंडेशन वीक में भाषण दिया। उन्होंने कहा, आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आएंगी और अनेक समाधान भी। बीते 100 सालों से आप सभी देश की अर्थव्यवस्था को करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने में जुटे हैं।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (ASSOCHAM) के फाउंडेशन वीक में भाषण दिया। उन्होंने कहा, आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आएंगी और अनेक समाधान भी। बीते 100 सालों से आप सभी देश की अर्थव्यवस्था को करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने में जुटे हैं।

पीएम मोदी ने बताया, रिफॉर्म की वजह से देश में क्या बदला?

पीएम मोदी ने कहा, एक जमाने में हमारे यहां जो परिस्थितियां थीं, उसके बाद कहा जाने लगा Why India। अब देश में जो रिफॉर्म हुए हैं, उसका प्रभाव दिख रहा है। अब कहा जा रहा है- Why not India। नया भारत अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है। 

भारत को लेकर दुनिया में आज सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी

उन्होंने कहा, भारत की सफलता को लेकर आज दुनिया में जितनी पॉजिटिविटी है उतनी शायद कभी नहीं रही। ये पॉजिटिविटी 130 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों के अभूतपूर्व आत्मविश्वास से आई है।

क्या है एसोचैम?

कार्यक्रम में टाटा इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रतन टाटा भी मौजूद थे। भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (The Associated Chambers of Commerce and Industry/ASSOCHAM) या एसोचैम भारत के वाणिज्य संघों की प्रतिनिधि संस्था है। इसकी स्थापना 1920 में हुई थी। इस समय भारत की एक लाख से अधिक कंपनियां इसकी सदस्य हैं।

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