National Herald case: ईडी ने एक बार फिर गांधी परिवार पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। हरियाणा के रियल एस्टेट डील में कथित मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर राबर्ट वाड्रा से पूछताछ के कुछ ही घंटों बाद ईडी ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में सोनिया गांधी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सैम पित्रोदा को आरोपी बनाया गया है। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने अब इस चार्जशीट पर अगली सुनवाई की तारीख 25 अप्रैल तय की है। स्पेशल जज विशाल गोगने ने निर्देश दिया कि उस दिन जांच अधिकारी और विशेष वकील केस डायरी के साथ मौजूद रहें।
चार्जशीट से पहले शनिवार को ED ने Associated Journals Limited (AJL) की 661 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कब्जे में लेने के लिए नोटिस चिपकाए थे। ये संपत्तियां दिल्ली, मुंबई के बांद्रा इलाके और लखनऊ के AJL भवन में स्थित हैं जिनमें दिल्ली का प्रतिष्ठित नेशनल हेराल्ड हाउस भी शामिल है।
ED की यह जांच 2021 में शुरू हुई थी जो दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के 2014 के आदेश पर आधारित थी। यह आदेश बीजेपी नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी की निजी शिकायत पर दिया गया था। स्वामी ने आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के जरिए AJL की करोड़ों की संपत्ति को धोखे से हड़पा है।
दरअसल, यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में सोनिया गांधी व राहुल गांधी की हिस्सेदारी 38-38 प्रतिशत है। यंग इंडियन ही AJL की मालिक है जो नेशनल हेराल्ड अखबार छापती है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह सब मोदी जी की साजिश है कांग्रेस को खत्म करने की। हमें ED की धमकी से डर नहीं लगता। हम इस लड़ाई को राजनीतिक मैदान में लड़ेंगे।
चार्जशीट दाखिल होने के कुछ घंटे पहले ही ED ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) से भी हरियाणा के एक रियल एस्टेट डील में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर पूछताछ की। वाड्रा ने एजेंसी की कार्रवाई को राजनीतिक बदला बताया। वाड्रा ने कहा: मैं पहले भी घंटों सवालों के जवाब दे चुका हूं, यह सब केवल चुनावी हथकंडा है।
2008 में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी Skylight Hospitality ने हरियाणा में 7.5 करोड़ में जमीन खरीदी थी और वहां हाउसिंग सोसाइटी के लिए परमिट लिया। बाद में वही जमीन DLF को 58 करोड़ में बेची गई। उस समय राज्य में कांग्रेस सरकार थी और भूपिंदर सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे। कांग्रेस ने इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।