हिमाचल के किन्नौर में बादल फटे, पहाड़ियों से बहता हुआ मलबा घरों में घुसा, देश के कई राज्यों में बाढ़ से तबाही

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बादल फटने से भारी नुकसान की आशंका है। बादल फटने की घटना सोमवार देर रात को हुई। शाम पूह ब्लॉक की शलखर पंचायत में बादल फटने के बाद 8 से अधिक नालों में बाढ़ आ गई। मलबा घरों में भर गया। कई वाहन कीचड़ में दब गए। जानिए देश में बाढ़ के हालात...

Amitabh Budholiya | Published : Jul 19, 2022 3:18 AM IST / Updated: Jul 19 2022, 09:05 AM IST

शिमला. हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बादल फटने(cloud burst in Kinnaur) से भारी नुकसान हुआ है।  बादल फटने की घटना सोमवार देर रात को हुई। पूह ब्लॉक की शलखर पंचायत में बादल फटने के बाद 8 से अधिक नालों में बाढ़ आ गई। मलबा घरों में भर गया। कई वाहन कीचड़ में दब गए।  बादल फटने की जानकारी मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया। यहां लगातार बारिश का दौर जारी है। इसी दौरान पहाड़ी क्षेत्र में अचानक बादल फट पड़े। इससे गोतांग क्षेत्र से निकलने वाले नाले पकते नाला, ढुनाला, देनानाला, बस स्टैंड नाला, शारंग नाला, मूर्तिक्यू नाला, गीप और गौतांग नाला आदि में बाढ़ आ गई। इसके बाद शलखर गांव में चारों तरफ से पानी पहुंचा और घरों को अपनी चपेट मे ले लिया। हालात यह हो गए थे कि लोग बाहर तक नहीं निकल पा रहे थे। इधर, मौसम मौसम ने प्रदेश के सभी जिलों में आंधी और भारी बारिश के साथ बिजली गिरने का यलो अलर्ट जारी किया है। कई स्थानों पर भूस्खलन की भी चेतावनी है।

भंडारा में ओवरफ्लो नाले में 11 वर्षीय बालक डूबा
महाराष्ट्र के भंडारा जिले में सोमवार को एक ओवरफ्लो नाले में 11 वर्षीय बच्चा बह गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अभिषेक नामदास ने बताया कि पौनी तहसील के रानाला निवासी दीपेश विनोद ब्रम्हंकर सुबह करीब 8.30 बजे अपनी साइकिल सहित ओवरफ्लो नाले को पार करने का प्रयास कर रहे थे, तभी तेज बहाव में बह गए। मछुआरों की मदद से दोपहर करीब साढ़े बारह बजे शव बरामद किया गया।पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद जिले के अधिकांश जलाशय अपनी पूरी वाटर कैपिसिटी तक पहुंच गए हैं। मौसम विभाग ने जिले में येलो अलर्ट भी जारी किया है। जिला प्रशासन ने स्कूलों, कोचिंग कक्षाओं और आंगनबाड़ियों को तीन दिन के लिए 20 जुलाई तक बंद रखने को कहा है। 

जयकवाड़ी बांध के आसपास के क्षेत्र अलर्ट पर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में जयकवाड़ी बांध के आसपास के निवासियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। बांध जिले की पैठण तहसील में स्थित है और इसमें वर्तमान में 33,620 क्यूसेक (घन फुट प्रति सेकेंड) पानी आ रहा है। औरंगाबाद, जालना, परभणी, बीड, नांदेड में गोदावरी नदी (जिस पर बांध बनाया गया है) के किनारे के गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है। 

इधर, महाराष्ट्र के कम से कम तीन जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, जबकि एक जून से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 105 हो गई है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने एक रिपोर्ट में कहा कि हालांकि महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में मध्यम बारिश जारी है, लेकिन रत्नागिरी, गढ़चिरौली और वर्धा जिलों में नदियों के उफान के कारण बाढ़ जैसी स्थिति देखी जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश और बाढ़ के कारण महाराष्ट्र में अब तक कुल 11,836 नागरिकों को निकाला गया है।

बाढ़ प्रभावित भद्राचलम के लिए सीएम केसीआर ने 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बाढ़ प्रभावित भद्राचलम शहर के स्थायी समाधान के लिए ऊंचे इलाकों में कॉलोनियां बनाने के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की है। भद्राद्री-कोठागुडेम जिले के भद्राचलम शहर का दौरा करने के बाद राव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब भी भद्राचलम में भारी बारिश होती है, तो बस्तियां जलमग्न हो जाती हैं।

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