Antilia case : NIA की हिरासत में बिगड़ी सचिन वझे की तबीयत, सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती

मुंबई पुलिस के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे की तबीयत सोमवार को अचानक बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सचिन वझे को एनआई ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को सचिन को सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। इसके बाद उन्हें कॉर्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 15, 2021 6:32 AM IST / Updated: Mar 15 2021, 07:26 PM IST

मुंबई. मुंबई पुलिस के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे की तबीयत सोमवार को अचानक बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सचिन वझे को एनआई ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को सचिन को सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। इसके बाद उन्हें कॉर्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया।

इससे पहले वझे ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।  इस बीच एनसीए सुप्रीमो शरद पवार ने मुंबई में पार्टी के मंत्रियों की एक बैठक बुलाई है। एनसीपी नेताओं ने इसे एक नियमित बैठक बता रहे हैं, लेकिन सूत्र बताते हैं कि महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक हो रही है। 

सीन रीक्रिएट करेगी NIA 
वझे शनिवार को गिरफ्तार हुए थे। बताया जा रहा है कि NIA उन्हें PPE किट पहनाकर क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी। दरअसल, 25 फरवरी को पीपीई किट पहने एक व्यक्ति सीसीटीवी वीडियो में दिखा था, वह मुकेश अंबानी के पास खड़ी कार के पास से गुजरता दिखा था। 

भाजपा ने उद्धव पर दिया था बयान
यह बैठक और अधिक महत्व रखती है क्योंकि यह एक दिन पहले महाराष्ट्र भाजपा द्वारा सीएम उद्धव ठाकरे पर सचिन वझे की गिरफ्तारी को लेकर हमला किया गया था। सचिन वझे 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में हैं।

महाराष्ट्र में शिवसेना बनाम भाजपा 
सचिन वझे की गिरफ्तारी को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है। शिवसेना ने राज्य के मामलों पर केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करने के लिए केंद्र पर हमला किया है। वहीं महाराष्ट्र भाजपा ने शिवसेना को निशाना बनाना जारी रखा है। भाजपा ने गृह मंत्री से सवाल किया है और पूछा है कि क्या वह शिवसेना और सचिन वझे के संबंधों की जांच करेंगे।

भाजपा नेता राम कदम ने पूछा, सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद क्या महाविकास आघाडी के बीच समीकरण बदल गए हैं? शिवसेना, जिसने वकील की तरह सचिन वझे का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सचिन वझे के कारण संगठन में दरार पैदा हुई है। शिवसेना के साथ वझे का क्या संबंध है? क्या अनिल देशमुख इसकी जांच करने की हिम्मत जुटा पाएंगे? 

उन्होंने यह भी कहा, यह निश्चित है कि बड़े नेता और अधिकारी जांच के दायरे में हैं। उन्हें बचाने के लिए शिवसेना की वकालत देश के सामने आई है। 

शिवसेना ने सामना के जरिए साधा निशाना
सामना के संपादकीय में लिखा गया, वझे की गिरफ्तारी हो गई हो। ऐसी गर्जना करते हुए इन लोगों का सड़क पर आना बाकी है। इस खुशी का कारण यह है कि कुछ महीने पहले इसी वझे ने रायगढ़ पुलिस की मदद से भाजपावालों के महंत अर्णब गोस्वामी को अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में हथकड़ियां लगाई थीं। उस समय ये लोग गोस्वामी का नाम लेकर रो रहे थे और वझे को श्राप दे रहे थे। 'रुकिये, देख लेंगे, केंद्र में हमारी ही सत्ता है' ऐसा कह रहे थे, वह मौका अब साध लिया है। 

बीस जिलेटिन छड़ों के मामले में वझे को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। वझे की गिरफ्तारी कानूनी या गैरकानूनी, इस चर्चा का अब कोई अर्थ नहीं है। विपक्ष की सरकारों को अस्थिर या बदनाम करने के लिए किसी भी स्तर पर जाना, फर्जी मामले निर्माण करना, राज्य सरकार के अधिकारों पर अतिक्रमण करना, ऐसे प्रकार बेझिझक चल रहे हैं।

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