नीट पीजी काउंसलिंग (NEET-PG Counselling) में देरी के खिलाफ डॉक्टरों की हड़ताल पर डटे डॉक्टर काम पर लौट आए हैं। FORDA के अध्यक्ष डॉ. मनीष के मुताबिक, ज्वाइंट सीपी से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया है।
नई दिल्ली. दो हफ्ते से चल रही डॉक्टरों की हड़ताल नए साल से पहले खत्म हो गई। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन(FORDA) के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने बताया कि हमने कल रात(गुरुवार) ज्वाइंट सीपी के साथ बैठक की थी। डॉक्टरों के खिलाफ FIR वापस लेने की शर्त पर हड़ताल वापस ली जा रही है। अगर 6 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में तारीख़ नहीं मिलती है, तो उस दिन शाम 6 बजे हमने बैठक रखी है उसमें हम आगे की प्रक्रिया तय करेंगे। हमें दोबारा हड़ताल करनी पड़ी तो हम करेंगे। IMA के अध्यक्ष सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा- स्वास्थ्य मंत्री ने हमें आश्वासन दिया है कि नीट-पीजी काउंसलिंग 6 जनवरी 2022 से पहले शुरू हो जाएगी। डॉक्टरों पर एफआईआर नहीं होगी। कोविड के नए रूप से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सभी सावधानियां बरतनी चाहिए।
बता दें कि नीट पीजी काउंसलिंग (NEET-PG Counselling) में देरी के खिलाफ डॉक्टरों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थीं। कोरोना के बीच डॉक्टरों की हड़ताल पर सवाल भी खड़े हो रहे थे। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) के आश्वासन के बाद दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर 29 दिसंबर से काम पर लौट आए थे। लेकिन फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन(FORDA) की देशव्यापी हड़ताल जारी थी। यह संस्था देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर के वेलफेयर से जुड़ी है। डॉक्टरों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए 29 दिसंबर को देशभर में हड़ताल का ऐलान किया था।
सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था हड़ताल का मुद्दा
रेजिडेंट डॉक्टरों की पुलिस से झड़प का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। वकील विनीत जिंदल ने यह याचिका दाखिल करते हुए ओमिक्रोन का हवाल देकर कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर सरकार उचित कदम उठाए। साथ ही उन पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ बदतमीजी की है।
यह है मामला
नीट पीजी काउंसलिंग (NEET-PG Counselling) का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इस मामले में 6 जनवरी, 2022 को सुनवाई है। 27 दिसंबर को डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट का घेराव करने के मकसद से पैदल मार्च निकाला था। लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया। कहा जा रहा है कि इस दौरान पुलिस और डॉक्टरों के बीच झूमाझटकी भी हुई।
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