नई एक्साइज पॉलिसी(अब कैंसल) में कथित घोटाले की सीबीआई जांच के बाद से दिल्ली की पॉलिटिक्स में बवाल मचा हुआ है। AAP का आरोप है कि भाजपा ने 'ऑपरेशन लोटस' के जरिये दिल्ली की सरकार को गिराने की साजिश रची। 25 अगस्त को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधायक दल की बैठक बुलाई थी।
नई दिल्ली. नई दिल्ली की पॉलिटिक्स में नई एक्साइज पॉलिसी(अब कैंसल) में कथित घोटाले की सीबीआई जांच के बाद से तूफान बरपा हुआ है। आज(26 अगस्त) को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। दिल्ली सरकार की आबकारी नीति (Liquor Policy Case) और आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को भाजपा द्वारा तोड़ने के आरोपों के बीच सदन के अंदर और बाहर हंगामा देखने को मिला। भाजपा के सभी विधायकों को मार्शलों ने बाहर निकाला। इधर, जैसे ही सत्र शुरू हुआ आप विधायकों ने 20 खोखे के नारे लगाए। वहीं, भाजपा विधायकों ने मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा किया। इसके बाद डिप्टी स्पीकर ने सभी भाजपा विधायकों को पूरे दिन के लिए मार्शल आउट कर दिया। भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर गांधी मूर्ति पर प्रदर्शन किया। बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बीजेपी (BJP) पर उनके विधायकों को 20-20 करोड़ में खरीदने का ऑफर देने का आरोप लगाया है। केजरीवाल का तर्क है कि बीजेपी ने दिल्ली सरकार गिराने के लिए 800 करोड़ रुपए रखे हैं।
विधायकों की बैठक से शुरू हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को अपने आवास पर AAP विधायकों को तलब करने के साथ ही हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया था। यहां उन्होंने भाजपा पर उनके 40 विधायकों को 800 करोड़ रुपये की पेशकश कर उनकी सरकार गिराने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने सवाल पूछा था कि विधायकों को खरीदने के लिए क्या यह पैसा GST कलेक्शन, पीएम केयर्स फंड या उसके कुछ दोस्तों से आया है? विधायकों की बैठक के बाद केजरीवाल देश के लिए प्रार्थना करने की बात कहकर पार्टी के विधायकों के साथ राजघाट पर महात्मा गांधी के स्मारक पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि आप सरकार स्थिर है, क्योंकि उनकी पार्टी के विधायक बिक्री के लिए नहीं हैं। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा का 'ऑपरेशन लोटस' विफल हो गया है।
जानिए किसने क्या कहा
कोई भी अच्छा काम करे उनको (PM को) असुरक्षा होने लगती है। मैंने पहली बार इतना असुरक्षित व्यक्ति देखा है। अच्छा काम करने वालों को रोकने वाली जो हरकत है यह PM की घटिया सोच को प्रदर्शित करती है। यह बताती है कि PM की सोच कितनी छोटी है। दिल्ली विधानसभा में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
चुनी हुई सरकारों का कत्ले आम किया जा रहा है। सरकारों को पैसे, एजेंसियों के दम पर गिराने का काम चल रहा है और यह बाज़ार वे (भाजपा) दिल्ली में भी लगा रहे थे। भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या करने का सिलसिला शुरू किया है। इस पर चर्चा हो इसलिए सदन बुलाया। दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय
भाजपा ने इसे AAP के ड्रामे को फिल्मी बताया
भाजपा ने जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि आप के आरोप एक फिल्म की पटकथा की तरह हैं और पार्टी नाटकीयता में लिप्त है। आप विधायकों के राजघाट जाने के कुछ घंटे बाद भाजपा नेताओं ने स्मारक को शुद्ध करने के लिए गंगा जल का छिड़काव किया। भाजपा का कहना था कि दिल्ली में पौवे पर पौवा (आबकारी नीति के तहत एक प्लस एक योजना) की पेशकश करने वाले लोग अपने पाप से मुक्त होने के लिए वहां गए थे।
सारे ड्रामे के बीच केजरीवाल ने शाम को एक ट्वीट पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि मीडिया सबूत मांग रहा है। एक सीरियल किलर है, जिसने समान पैटर्न में 6 हत्याएं (सरकार गिराने का मामला) की हैं। उसने इस बार उसी तरह से एक और हत्या का प्रयास किया। वह इस बार एक हत्या में समान पैटर्न के साथ विफल रहा।
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने आप विधायकों की राजघाट यात्रा को हाई वोल्टेज ड्रामा करार दिया। सवाल किया कि आप विधायकों की खरीद-फरोखत के प्रयासों के बारे में पुलिस या ईडी से संपर्क क्यों नहीं कर रहे हैं? कांग्रेस आप का समर्थन करेगी, यदि उनके दावे सही हैं।
कई विधायक बैठक में नहीं पहुंचे थे
इससे पहले मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में 62 के बजाय सिर्फ 53 विधायक पहुंचे। ओखला के विधायक अमानतुल्ला खान ने फोन पर बैठक में भाग लिया। 7 विधायक, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, अध्यक्ष राम निवास गोयल दिल्ली से बाहर थे। जबकि मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं। बता दें कि 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में AAP के 62 और भाजपा के 8 विधायक हैं। हालांकि बैठक के बाद आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने साफ कहा कि दिल्ली सरकार को कोई खतरा नहीं है।
उधर, दिल्ली भाजपा ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज से बुधवार को अपना 'जन चौपाल' के जरिये विरोध शुरू कर आप सरकार पर हमला तेज कर दिया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि वह एक भी दागी विधायक को विधानसभा में नहीं बैठने देंगे, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद अपने दो मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को अपने मंत्रिमंडल में बनाए रखा है।
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