निर्भया के दोषियों को कल नहीं होगी फांसी, कोर्ट ने अगले आदेश तक लगाई रोक, जानिए वकील ने क्या तर्क दिया

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों को कल फांसी देने पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने कहा कि अगला डेथ वॉरंट आने तक दोषियों को फांसी नहीं दी जाएगी। बता दें कि यह दूसरी बार है जब कोर्ट ने फांसी की तारीख को टाला गया है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2020 7:27 AM IST / Updated: Jan 31 2020, 06:23 PM IST

नई दिल्ली. निर्भया के चारों दोषियों को कल फांसी नहीं दी जाएगी। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट को रद्द करते हुए फांसी की तारीख को अनिश्चित काल तक के लिए टाल दिया है। बता दें कि दोषी पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार के वकील ए पी सिंह ने अदालत से फांसी को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था कि दोषियों में कुछ के द्वारा कानूनी उपायों का इस्तेमाल किया जाना बाकी है।

जेल प्रशासन ने कहा था 3 को दे सकते हैं फांसी

निर्भया केस में दोषियों को फांसी देने के मामले में तिहाड़ जेल प्रशासन ने कोर्ट को बताया कि 3 दोषियों को एक साथ 1 फरवरी को फांसी दे सकते हैं। इस दौरान सरकारी वकील ने कहा कि विनय की याचिका पेंडिंग है। उसे छोड़कर बाकी तीन दोषियों को फांसी देने का आदेश दिया जाए, जिसके बाद जेल प्रशासन ने अपनी बात रखी। 

पवन की पुनर्विचार याचिका खारिज
आज ही दिन दोषी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने दोषी पवन की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दिया। सुबह 10.39 बजे पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई, जिसपर सुनवाई के बाद पांच घंटे में ही दोषी की याचिका को खारिज कर दिया। याचिका में कहा गया था कि निर्भया गैंगरेप के वक्त पवन नाबालिग था। जस्टिस आर भानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस ए एस बोपन्ना ने याचिका को खारिज किया।

कहां फंसा है फांसी देने में पेंच
चार दोषियों में से सिर्फ मुकेश की दया याचिका खारिज हुई है। दोषी विनय ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी है। अभी तक पवन और अक्षय के पास दया याचिका का विकल्प बचा है। दिल्‍ली प्रिजन रूल्‍स के मुताबिक, चारों दोषियों में से किसी एक को भी तब तक फांसी नहीं दी जा सकती, जब तक उनपर कोई ना कोई कानूनी विकल्प बचा है।

कोर्ट का फैसला सुन रो पड़ीं निर्भया की मां

पटियाला हाउस कोर्ट का फैसला सुनकर निर्भया की मां रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि दोषियों के वकील ने मुझे चैलेंज किया है कि दोषियों को कभी भी फांसी नहीं दी जाएगी। मां आशा देवी ने सरकार पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि क्या सरकार का मन बदल गया है। दोषी जो चाहते हैं वही हो रहा है।

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