यस बैंक संकट पर बोलीं निर्मला सीतारमण, अचानक नहीं आया संकट, कई महीनों से चल रहा था

यस बैंक में नकदी के संकट पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, मैं जमाकर्ताओं को ये आश्वासन देना चाहती हूं कि आपका पैसा सुरक्षित है। मैं रिजर्व बैंक से लगातार संपर्क में हूं गवर्नर ने मुझे विश्वास दिलाया कि इसका समाधान हो जाएगा।

Asianet News Hindi | Published : Mar 6, 2020 8:44 AM IST / Updated: Mar 06 2020, 02:18 PM IST

नई दिल्ली. यस बैंक में नकदी के संकट पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, मैं जमाकर्ताओं को ये आश्वासन देना चाहती हूं कि आपका पैसा सुरक्षित है। मैं रिजर्व बैंक से लगातार संपर्क में हूं गवर्नर ने मुझे विश्वास दिलाया कि इसका समाधान हो जाएगा।

ये संकट अचानक नहीं आया : सीतारमण
वित्त मंत्री ने कहा, जो कदम उठाए गए हैं वो जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में हैं।  ये बीते कई महीनों से चल रहा था। ऐसा नहीं है कि ये अचानक आ गया है। हम हालात पर लगातार नजर रखे हुए थे। इसका समाधान निकालने के लिए रिजर्व बैंक अपनी पूरी ताकत लगा रहा है।

घर पर शादी है तो अलग है कानूनी प्रावधान
50,000 की नकद निकासी सीमा पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, अगर किसी के घर में शादी या कोई बड़ा खर्चा है तो इन सबके लिए कानूनी प्रावधान हैं। रिजर्व बैंक के नियुक्त अधिकारी उनको जरूरी खर्च के लिए जो पैसा देना है वो देंगे। उनको राहत मिलेगी। 

- SBI चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि आरबीआई उनकी (Yes Bank ) फाइंनेशियली सिस्टम को स्थाई करने के लिए जो भी कदम हैं वो उठा रहा है। अगर SBI को यस बैंक को लेना है तो इसका इन-प्रिंसीपल का जो फैसला है वो हमने स्टॉक एक्सचेंज को दे दिया है।

भारत में यस बैंक की कितने ब्रांच?
भारत में यस बैंक के 1000 से ज्यादा ब्रांच हैं और 1800 एटीएम हैं। बैंक की शुरुआत 2004 में राणा कपूर ने अपने रिश्तेदार अशोक कपूर के साथ मिलकर की। 26/11 के मुंबई हमले (2011) में अशोक कपूर की मौत हो गई। इसके बाद से ही बैंक के मालिकाना हक लेकर विवाद की शुरुआत हुई। अशोक कपूर की मौत के बाद उनकी पत्नी मधु कपूर और राणा कपूर के बीच विवाद शुरू हो गया। मधु कपूर अपनी बेटी के लिए बोर्ड में जगह चाहती थीं। मामला कोर्ट पहुंचा और राणा कपूर की जीत हुई।
 

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