Omicron in india : देश के पहले ओमीक्रोन संक्रमित की रिपोर्ट संदिग्ध, कर्नाटक सरकार ने दिए लैब की जांच के आदेश

कर्नाटक (Karnataka) में मिले ओमीक्रोन वैरिएंट के पहले मरीज की 2 रिपोर्ट आईं। इनमें से एक पॉजिटिव और एक निगेटिव मिली। यह मामला संदिग्ध माना जा रहा है। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 3, 2021 12:11 PM IST

बेंगलुरू। देश में ओमीक्रोन (Omicron) के पहले मामले को लेकर कर्नाटक सरकार (Karnataka Govt) अलर्ट मोड पर है। सरकार ने इस मामले में RT-PCR रिपोर्ट करने वाली लैब की भी जांच कराने का आदेश दिया है। दरअसल, साउथ अफ्रीका से 20 नवंबर को आया यह व्यक्ति एक होटल में रुका और वहां कुछ बैठकों में शामिल हुआ। इस बीच उसने एक दूसरी जांच कराई और रिपोर्ट निगेटिव आने पर 27 नवंबर को दुबई चला गया। यानी, उसकी 2 रिपोर्ट आईं। इनमें से एक पॉजिटिव और एक निगेटिव मिली। यह मामला संदिग्ध माना जा रहा है। कर्नाटक सरकार के कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) आर अशोक ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बेंगलुरू शहर के पुलिस कमिश्नर को जांच की निगरानी का जिम्मा सौंपा है। 

जोखिम वाले देशों से लौटे 18 लोगों में ओमीक्रोन वैरिएंट का पता लगा रहे 
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को संसद में बताया कि कोविड-19 (Covid 19) के नए वैरिएंट (Variant) के दो मामले भारत आए हैं। इसके अलावा एट रिस्क देशों से आए 16 हजार यात्रियों की RT-PCR जांच में 18 लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमित पाए गए हैं। इनकी जीनोम सीक्वेंसिंग से पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कितने लोग इस नए वैरिएंट से संक्रमित हैं। अब तक देश में दो लोग इस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें एक की उम्र 67 वर्ष और दूसरे व्यक्ति की उम्र 46 वर्ष है। 

दुनिया के 30 देशों में ओमीक्रोन के 374 मामले 
दुनियाभर के 30 देशों में सार्स-सीओवी-2 के (Omicron Variant) के 374 मामले सामने आ चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका ने 25 नवंबर को इस वायरस के नए वैरिएंट का पहला मामला आने की घोषणा की थी। उसी दिन भारत में पीएम मोदी ने एक बैठक की। इकसे बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के साथ बैठक की और संशोधित ट्रैवल गाइडलाइन जारी की गई। 

वैज्ञानिक जब कहेंगे तक बूस्टर डोज देंगे 
संसद में कांग्रेस TMC और अन्य सदस्यों ने बूस्टर डोज पर सवाल किया। इस पर मांडविया ने कहा कि हमारे पास दो विकल्प हैं। इनमें से एक राजनीतिक और दूसरा वैज्ञानिक है। वायरस के संक्रमण को लेकर दो विशेषज्ञ समूह रिसर्च कर रहे हैं, जिन्होंने टीका अनुसंधान में सहयोग दिया है। बूस्टर डोज पर भी विशेषज्ञ विचार कर रहे हैं। जब वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ तय करेंगे और जैसा तय करेंगे उनके मार्गदर्शन के आधार पर सरकार आगे चलेगी। 

महाराष्ट्र ने 28 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे 
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि पिछले महीने एट रिस्क वाले देशों से राज्य में लौटे 28 लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। इनमें से 9 लोग पहले ही कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। 

यह भी पढ़ें
Covid 19 : कभी वैक्सीन के रिसर्च अप्रूवल में लगते थे 3 साल, हेल्थ मिनिटस्टर ने बताया, कैसे 1 साल में दिया टीका
Omicron : एट रिस्क देशों की हवाई यात्रा रोकने की मांग- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया सेफ्टी का फ्यूचर प्लान

Share this article
click me!