भारत में कोरोना कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात गलत, 24 घंटे में सिर्फ 42 केस

भारत में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान लोग परेशान तो हो रहे हैं, लेकिन इसका फायदा भी नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के सिर्फ 42 नए केस सामने आए हैं, जबकि 4 लोगों की मौत हुई है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 26, 2020 1:28 PM IST / Updated: Mar 26 2020, 07:20 PM IST

नई दिल्ली. भारत में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान लोग परेशान तो हो रहे हैं, लेकिन इसका फायदा भी नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के सिर्फ 42 नए केस सामने आए हैं, जबकि 4 लोगों की मौत हुई है। 24 मार्च को कोरोना के 534 मामले थे। जो 25 तारीख को बढ़कर 600 हो गए। 26 मार्च को यह आंकड़ा 650 पर पहुंच गया। 

देश के 25 प्राइवेट लैब में भी जांच होगी 

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में 25 नए प्राइवेट लैब को कोरोना संक्रमण की जांच की अनुमति दी गई है। बता दें कि अभी सेंपल कनेक्शन के लिए 20 हजार से ज्यादा सेंटर हैं। इसके अलावा डॉक्टरों को ट्रेंड करने के लिए दिल्ली एम्स की तरफ से ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। 

कोरोना कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात गलत

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात झूठ है। अभी तक भारत में कोरोना संक्रमण के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के जरिए फैलने के प्रमाण नहीं मिले हैं। बता दें कि कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन में आने का मतलब है कि भारत कोरोना के तीसरे स्टेज पर आ चुका है। जो कि काफी खतरनाक होता है। 

ओडिशा में बन रहा भारत का सबसे बड़ा कोरोना हॉस्पिटल

ओडिशा में देश का सबसे बड़ा COVID19 अस्पताल बनने जा रहा है, इसमें 1000 बेड होंगे। ओडिशा देश का पहला राज्य होगा जो  COVID19 रोगियों के इलाज के लिए इतना बड़ा अस्पताल स्थापित करेगा। 

17 राज्यों में भी हॉस्पिटल बनाने के काम शुरू

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, हमारे अनुरोध पर COVID19 समर्पित अस्पतालों के लिए लगभग 17 राज्यों में काम शुरू हो गया है। COVID19 के मद्देनजर भारत सरकार ने लोगों को घर तक दवाओं की डिलीवरी करने की अनुमति दी है। इसके लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी।

भारत में 11 मार्चच को कर्नाटक में हुई पहली मौत

भारत में कोरोना से पहली मौत 11 मार्च को कर्नाटक में हुई। दूसरी मौत 13 मार्च को दिल्ली में, तीसरी मौत 17 मार्च को महाराष्ट्र में, चौथी मौत 19 मार्च को पंजाब में हुई। इसके बाद 22 मार्च को 3 मौत, 23 मार्च को 2 मौत, 24 मार्च को 1 मौत, 25 मार्च को 3 मौत और 26 मार्च को 5 मौत हुई।

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