
Operation Sindoor and BrahMos: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने और भारत की सीमाओं को सुरक्षित करने में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) का भी अहम योगदान रहा। अब जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। सोमवार को भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल्स ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच अहम वार्ता हुई तो कांग्रेस ने ब्रह्मोस की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए इसको लेकर'गवर्नेंस में निरंतरता' की बात दोहराई।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि ब्रह्मोस आजकल चर्चा में है। यह ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों के नाम पर आधारित है और भारत-रूस रक्षा सहयोग का बेहतरीन उदाहरण है। यह भी गवर्नेंस में निरंतरता का एक और प्रमाण है जिसे कोई मिटा नहीं सकता, भले ही मौजूदा सत्ताधारी उसे नकारने की कोशिश करें। उन्होंने याद दिलाया कि 1983 में शुरू हुए भारत के इंटीग्रेटेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (Integrated Missile Development Programme) के तहत ब्रह्मोस का विकास शुरू हुआ था, जिसमें डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और डॉ. शिवथानु पिल्लै की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सोमवार को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बहुप्रतीक्षित वार्ता पूरी हुई। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी डीजीएमओ की पहल पर शनिवार को एक हॉटलाइन कॉल के ज़रिए दोनों पक्षों में बातचीत का मार्ग प्रशस्त हुआ।
भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (Lt Gen Rajiv Ghai) ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान ने 'फायरिंग रोकने और सैन्य कार्रवाई समाप्त करने' का प्रस्ताव दिया था। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उल्लंघन दोहराया गया तो ‘प्रचंड’ जवाब दिया जाएगा।
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।