Published : May 07, 2025, 01:25 PM ISTUpdated : May 07, 2025, 01:28 PM IST
Operation Sindoor: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया है। पाकिस्तान ने जवाबी हमला करने की धमकी दी है। ऐसा हुआ तो संभव है कि भारतीय राफेल और पाकिस्तानी F-16 लड़ाकू विमान आमने-सामने हों। आइए जानते हैं कौन कितना ताकतवर है।
राफेल 4.5 जनरेशन का अत्याधुनिक फाइटर प्लेन है। यह इंडियन एयरफोर्स का सबसे एडवांस जेट है। भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदा था। इसमें भारत की मांग के आधार पर 13 खास अपग्रेड किए गए हैं। राफेल लंबी दूरी तक हवा से हवा में मार करने के लिए मेटयोर मिसाइल इस्तेमाल करता है। इसमें एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट, रडार और कम्युनिकेशन सिस्टम है। राफेल में थेल्स RBE2 AESA रडार है। यह SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER बम जैसे हवा से जमीन पर मार करने वाले शक्तिशाली हथियारों से लैस है। इनका इस्तेमाल ऑपरेशन सिंदूर में हुआ है।
24
राफेल की खास बातें
इंजन-2
लंबाई-10.3m
पंखों का फैलाव-10.8m
अधिकतम रफ्तार- 1,389km/h
सीट-1
हार्डपॉइंट- 14
हवा से हवा में मार करने वाले हथियार- Mica, Magic, Sidewinder, ASRAAM और AMRAAM
हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियार- Apache, AS30L, ALARM, HARM, Maverick, PGM100, Scalp EG
एंटी शिप मिसाइल- Exocet/AM39, Penguin 3 and Harpoon
नोट- राफेल से परमाणु हमला किया जा सकता है।
34
पाकिस्तान के पास हैं पुराने F-16 विमान
पाकिस्तान के पास अमेरिका से मिले पुराने F-16 विमान हैं। इसे अपग्रेड नहीं किया जा सका है। अमेरिकी समझौतों के अनुसार पाकिस्तान भारत के खिलाफ आक्रामक अभियानों के लिए F-16 या अमेरिका द्वारा दिए गए हथियारों का इस्तेमाल नहीं कर सकता। F-16 का इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ अभियान में और अपनी रक्षा में करना है। हालांकि पाकिस्तान इस समझौते का उल्लंघन करता है।
अमेरिका ने पाकिस्तान को 75 F-16 विमान दिए थे। पैसे की कमी और अमेरिकी रोक के चलते पाकिस्तान को F-16 के रखरखाव में परेशानी हो रही है। F-16 विमान हवाई लड़ाई में अच्छे हैं। इसके पास AIM-120C5 AMRAAM मिसाइल है। इसमें राफेल की तरह एडवांस इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और BVR क्षमताएं नहीं हैं।
नोट- अधिकतम रफ्तार के मामले में F-16 राफेल से आगे है, लेकिन एक इंजन होने से इसकी ताकत सीमित है। वहीं, राफेल दो इंजन के मिलने वाली ताकत के चलते अधिक फुर्तीला है। यह ज्यादा हथियार लेकर उड़ान भर सकता है। रफ्तार की कमी की भरपाई यह अपने अत्याधुनिक एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट से करता है।