
Markaz Subhan Allah: भारतीय सेना ने 6 मई की देर रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है। भारत ने जिन आतंकी अड्डों को निशाना बनाया, उनमें बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद का कमांड सेंटर मरकज सुभान अल्लाह भी शामिल है। भारतीय सेना ने आखिर एयरस्ट्राइक के लिए इसे क्यों चुना, जानते हैं।
मरकज सुभान अल्लाह पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कमांड सेंटर है। ये मरकज एनएच-5 (कराची-तोरखम हाईवे) पर स्थित है, जहां आतंकियों को ट्रेनिंग देने के साथ ही उन्हें मजहब के प्रति कट्टर बनाया जाता है। 15 एकड़ क्षेत्र में फैला ये मरकज जैश-ए-मोहम्मद का ऑपरेशनल हेडक्वार्टर भी है।
मरकज सुभान अल्लाह का नाम 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा हमले सहित तमाम आतंकवादी घटनाओं में शामिल है। पुलवामा हमले के आतंकियों को भी इसी मरकज में ट्रेनिंग दी गई थी। मरकज में जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर, मौलाना अम्मार और अन्य परिवार के सदस्यों के घर भी हैं।
मौलाना मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का कानूनी प्रमुख है और इस्लामाबाद/रावलपिंडी में किसी अज्ञात स्थान पर पाकिस्तानी अधिकारियों की प्रोटेक्टिव कस्टडी में है। मरकज सुभान अल्लाह में JeM युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें हथियारों के साथ ही फिजिकल ट्रेनिंग देता है। JeM के सीनियर आतंकी मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर, मौलाना मसूद अजहर के भाई और बहनोई यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी इसी मरकज में बने घरों में रहते हैं।
मरकज सुभान अल्लाह के परिसर में 600 से ज्यादा आतंकी रहते हैं। मौलाना रफीकुल्लाह 2022 से ही इस मरकज में ट्रेनिंग दे रहा है। इस मरकज का निर्माण 2015 में पाकिस्तान सरकार की मदद से किया गया था। हालांकि, इसके लिए JeM ने ब्रिटेन सहित कुछ खाड़ी और अफ्रीकी देशों से भी पैसा जुटाया था।
मार्च 2018 में मरकज के भीतर एक जिम बनाया गया। इसके अलावा 2018 में यहां एक स्विमिंग पूल भी बनाया गया, ताकि JeM के आतंकी सख्त ट्रेनिंग के साथ ही गहरे पानी में गोताखोरी की ट्रेनिंग ले सकें। JeM अपने आतंकियों और शूरा मेंबर्स को मरकज में 6 दिनों की तीरंदाजी की ट्रेनिंग भी देता है। मई 2022 में यहां घोड़ों के अस्तबल और राइडिंग ग्राउंड का निर्माण किया गया।
30 नवंबर 2024 को मौलाना मसूद अजहर ने 2 साल बाद मरकज़ सुभान अल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को संबोधित किया। इस दौरान उसने बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने के साथ ही भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला। इस दौरान मसूद अजहर का छोटा भाई मौलाना तल्हा सैफ, मसूद अजहर का बेटा अब्दुल्ला बिन मसूद और जैश के अन्य आतंकी भी मौजूद थे।
मरकज़ सुभान अल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के करीबी रिश्तेदारों जैसे उसके भतीजे तल्हा रशीद, उस्मान, उमर और मोहम्मद इस्माइल उर्फ लंबू सहित कई आतंकवादियों को आत्मघाती हमलों के लिए ट्रेनिंग दी गई। बाद में इन सभी को हथियारों की ट्रेनिंग के लिए बालाकोट भेजा गया। बता दें कि ये मरकज राजस्थान के बीकानेर में खाजूवाला के पास इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 100.4 KM के एरियल डिस्टेंस पर है।
JeM को कई देशों ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। इनमें अमेरिका (अक्टूबर, 2001), यूनाइटेड किंगडम (अक्टूबर, 2001), ऑस्ट्रेलिया (अगस्त, 2015), कनाडा (नवंबर, 2002) और UAE (नवंबर, 2014) शामिल हैं। दिसंबर, 2001 में भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला करने के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते जनवरी, 2002 में पाकिस्तान द्वारा इस पर बैन लगा दिया गया था। बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह स्थित अपने मुख्यालय से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहता है।