स्ट्राजेनेका (AstraZeneca) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford) ने एक बार फिर से कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी के मुताबिक यूके की मेडिसिन हेल्थ रेगुलेटरी अथॉरिटी से मंजूरी मिलने के बाद वैक्सीन का ट्रायल फिर से शुरू किया गया है। बता दें कि यूके में एक वॉलंटियर की तबीयत बिगड़ने के बाद वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया था।
नई दिल्ली. एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford) ने एक बार फिर से कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी के मुताबिक यूके की मेडिसिन हेल्थ रेगुलेटरी अथॉरिटी से मंजूरी मिलने के बाद वैक्सीन का ट्रायल फिर से शुरू किया गया है। बता दें कि एक वॉलंटियर की तबीयत बिगड़ने के बाद वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया था।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "मेडिसिन हेल्थ रेग्युलेटरी अथॉरिटी (MHRA) ने इस वैक्सीन के सेफ होने की पुष्टि की है, जिसके बाद से एस्ट्राजेनेका ऑक्सफोर्ड कोरोना वायरस वैक्सीन, AZD1222 के लिए क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया गया।"
स्वेच्छा से रोका गया था ट्रायल
एस्ट्राजेनेका ने बुधवार को घोषणा की थी कि एक बीमारी की वजह से वैक्सीन ट्रायल को स्वेच्छा से रोका जा रहा है।
एस्ट्राजेनेका के चीफ एग्जीक्यूटिव के मुताबिक, "ट्रायल के दौरान एक महिला की रीढ़ की हड्डी में गंभीर रूप से सूजन आ गई थी इसलिए कंपनी ने ट्रायल को तुरंत रोक दिया गया है। हालांकि मरीज की हालत में अब सुधार आ रहा है और जल्द उसे अस्पताल से छुट्टी भी मिल सकती है।"
वैक्सीन पर डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा था?
हालांकि ट्रायल रुकने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से भी कहा गया है, "हम वैक्सीन को जल्द लाने की बात करते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इसकी सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता किया जाए।"