जम्मू कश्मीर के नगरोटा में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को चार आतंकियों को मार गिराया था। आतंकी भारत में 26/11 जैसे आतंकी हमले की फिराक में थे। नगरोटा एनकाउंटर को लेकर विस्तृत जांच चल रही है। अब इस जांच में खुलासा हुआ है कि 2016 के पठानकोट हवाई हमले के मुख्य आरोपी जैश का ऑपरेशनल कमांडर कासिम जान भी इसमें शामिल था। कासिम संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी मुफ्ती रऊफ असगर को सीधे रिपोर्ट करता है।
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के नगरोटा में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को चार आतंकियों को मार गिराया था। आतंकी भारत में 26/11 जैसे आतंकी हमले की फिराक में थे। नगरोटा एनकाउंटर को लेकर विस्तृत जांच चल रही है। अब इस जांच में खुलासा हुआ है कि 2016 के पठानकोट हवाई हमले के मुख्य आरोपी जैश का ऑपरेशनल कमांडर कासिम जान भी इसमें शामिल था। कासिम संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी मुफ्ती रऊफ असगर को सीधे रिपोर्ट करता है।
बताया जा रहा है कि कासिम जैश आतंकवादियों के मुख्य लॉन्च कमांडरों में से एक है और पूरे दक्षिण कश्मीर में अंडरग्राउंड आतंकियों से उसके संबंध हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय आतंकवाद रोधी अधिकारियों के मुताबिक, अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी और तालिबान के साथ समझौते के बाद जैश जम्मू कश्मीर सीमा पर एक्टिव हो गया है।
200 आतंकी घुसपैठ की फिराक में
रिपोर्ट में भारतीय सुरक्षाअधिकारी के हवाले से बताया गया है कि करीब 14 आतंकी गुजरांवाला से भारत में घुसपैठ करने की फिराक में हैं। वहीं, कुल 200 आतंकी भारत में घुसपैठ करने के लिए एलओसी के पास लॉन्च पैड में इंतजार कर रहे हैं। एक अन्य अफसर ने बताया, हम अल-बद्र समूह के साथ साथ श्कर-ए-मुस्तफा को भी एक्टिव होता देख रहे हैं। यह खैबर-पख्तूनख्वा स्थित कैंप में 23 आतंकियों को प्रशिक्षण दे रहा है।
कमांडो ट्रेनिंग देकर भेजे गए थे आतंकी
वहीं, रिपोर्ट में अन्य सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि नगरोटा में मारे गए चारों आतंकी कमांडो ट्रेनिंग लेकर भारत आए थे। वे शकरगाह में सांबा सीमा पर जैश के शिविर से करीब 30 किमी पैदल चल कर जटवाल में पिकअप पॉइंट तक पहुंचे थे। यह इलाका सांबा से कठुआ तक 6 किमी का है। इसका मतलब ये है कि हमलावर अंधेरी रात में पिक अप पॉइंट तक पहुंचे, फिर यहां से जम्मू कश्मीर आए।