Parliament Monsoon Session: 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा मानसून सत्र, 13-14 अगस्त को रहेगी छुट्टी

Vivek Kumar   | ANI
Published : Jul 02, 2025, 10:41 PM ISTUpdated : Jul 02, 2025, 10:42 PM IST
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सार

राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के मानसून सत्र को 21 जुलाई से 21 अगस्त तक आयोजित करने की मंजूरी दे दी है। स्वतंत्रता दिवस के कारण 13 और 14 अगस्त को संसद की बैठक नहीं होगी। यह सत्र पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला सत्र होगा।

Parliament Monsoon Session: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के मानसून सत्र को 21 जुलाई से 21 अगस्त तक आयोजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के कारण 13 और 14 अगस्त को संसद की बैठक नहीं होगी।
 

एक्स पर एक पोस्ट में, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लिखा, "भारत की माननीय राष्ट्रपति ने 21 जुलाई से 21 अगस्त 2025 तक संसद के मानसून सत्र को बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर, 13 और 14 अगस्त को कोई बैठक नहीं होगी।"

 


हलगाम आतंकवादी हमले के बाद विपक्ष ने की थी संसद सत्र बुलाने की मांग

यह विपक्षी नेताओं द्वारा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के आगमन पर संसद का एक विशेष सत्र बुलाने की मांग के बीच आया है, खासकर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद हुए घटनाक्रम पर। आगामी मानसून सत्र ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला संसद सत्र होगा, जिसे भारत ने 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।


संसद का बजट सत्र इस साल 31 जनवरी को शुरू हुआ था। बजट सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक सहित महत्वपूर्ण कानून पारित किए गए। रिजिजू ने बजट सत्र की समाप्ति के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें बताया गया कि बजट सत्र के पहले भाग में लोकसभा और राज्यसभा की कुल 9 बैठकें हुईं। सत्र के दूसरे भाग में दोनों सदनों की 17 बैठकें हुईं। पूरे बजट सत्र के दौरान कुल 26 बैठकें हुईं। सत्र के दूसरे भाग में दोनों सदनों की 17 बैठकें हुईं। पूरे बजट सत्र के दौरान कुल 26 बैठकें हुईं।


सत्र के दूसरे भाग के दौरान, रेलवे, जल शक्ति और कृषि एवं किसान कल्याण के अलग-अलग मंत्रालयों के अनुदानों की मांगों पर लोकसभा में चर्चा की गई और मतदान किया गया। अंत में शेष मंत्रालयों/विभागों के अनुदानों की मांगों को शुक्रवार, 21 मार्च, 2025 को सदन के मतदान के लिए रखा गया। संबंधित विनियोग विधेयक भी 21.03.2025 को ही लोकसभा में पेश किया गया, विचार किया गया और पारित किया गया।
 

वर्ष 2024-25 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के दूसरे और अंतिम बैच से संबंधित विनियोग विधेयक; वर्ष 2021-22 के लिए अनुदानों की अतिरिक्त मांगें और वर्ष 2024-25 के लिए मणिपुर के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगें और वर्ष 2025-26 के लिए मणिपुर राज्य के संबंध में लेखा अनुदान की मांगें भी 11.03.2025 को लोकसभा में पारित की गईं। वित्त विधेयक, 2025 लोकसभा द्वारा 25 मार्च को पारित किया गया था। राज्यसभा में शिक्षा, रेलवे, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और गृह मंत्रालयों के कामकाज पर चर्चा की गई। 

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