जेटली को प्रधानमंत्री बना दिया जाता तो क्या काला धन वापस ले आ पाते, उन्होंने खुद दिया था इसका जवाब

जेटली ने कहा था कि इस सवाल का पद का कोई लेना देना नहीं है। आज दुनिया के जो ताकतवार देश हैं, उन्होंने स्विट्जरलैंड के बैंक के साथ पैक्ट किया है और उनपर दबाव डालकर यह निर्णय करवाया है कि आप जानकारी दीजिए। अमेरिका के अलावा ऐसा अन्य देशों ने किया। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 25, 2019 6:39 AM IST / Updated: Aug 25 2019, 12:10 PM IST

नई दिल्ली. पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज दोपहर 2.30 बजे निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने शनिवार दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। एक बार 'आप की अदालत' कार्यक्रम में जेटली से ऑडियंस में बैठी एक लड़की ने सवाल किया था कि अगर आपको प्रधानमंत्री बना दिया जाए, तो क्या आप स्विस बैंक से ब्लैक मनी वापस ले आ पाएंगे?

"असंभव नहीं है ब्लैक मनी वापस लाना" 
सवाल सुनकर जेटली पहले मुस्कुराए फिर कहा, इस सवाल का पद का कोई लेना देना नहीं है। आज दुनिया के जो ताकतवार देश हैं, उन्होंने स्विट्जरलैंड के बैंक के साथ पैक्ट किया है और उनपर दबाव डालकर यह निर्णय करवाया है कि आप जानकारी दीजिए। अमेरिका के अलावा ऐसा अन्य देशों ने किया। 
मैं मानता हूं कि आज 20 साल पहले जैसी स्थिति नहीं है। आज  सीक्रेसी को तोड़ा जा सकता है। अगर भारत सरकार अपना मन बना ले और उसे फॉलो करती रहे, तो काम इतना कठिन नहीं है। असंभव तो निश्चित नहीं है।
काला धन कितना है इसपर विवाद हो सकता है। लेकिन निश्चित रूप से काला धन खूब है। एक पक्ष है जो विदेशों के अंदर पड़ा है। अपने देश के भीतर भी तो काला धन है। जेटली का यह इंटरव्यू 11 मार्च 2011 का है।

जेटली को कैंसर था
अरुण जेटली 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थे। शनिवार दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर अंतिम सांस ली। जेटली का सॉफ्ट टिश्यू कैंसर का इलाज चल रहा था। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।

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