कोरोना वायरस से दुनिया भर में हाहाकार मचा है। तमाम देश इसकी वैक्सीन बनाने के लिए दिन रात जुटे हैं। इसी तरह चेन्नई में भी एक फार्मासिस्ट ने कोरोना के लिए दवाई तैयार की। इसके बाद उसने इसे खुद पर इस्तेमाल की और उसकी मौत हो गई।
चेन्नई. कोरोना वायरस से दुनिया भर में हाहाकार मचा है। तमाम देश इसकी वैक्सीन बनाने के लिए दिन रात जुटे हैं। इसी तरह चेन्नई में भी एक फार्मासिस्ट ने कोरोना के लिए दवाई तैयार की। इसके बाद उसने इसे खुद पर इस्तेमाल की और उसकी मौत हो गई।
कोरोना से निपटने के लिए चेन्नई के फार्मासिस्ट शिवानेसन ने एक दवा बनाई थी। शिवानेसन तमिलनाडु की जानी मानी बायोटेक कंपनी सुजाता में जनरल मैनेजर पद पर तैनात थे। इस कंपनी के तमाम जाने माने प्रोजक्ट भी बाजार में आते हैं।
हादसा कंपनी के मालिक के घर पर हुआ
पुलिस के मुताबिक, शिवानेसन ने कंपनी की उत्तराखंड स्थित फैक्ट्री में 20 साल तक काम किया। इसके बाद वे चेन्नई में उसी कंपनी की ब्रांच में काम करने लगे। पुलिस ने बताया कि यह हादसा कंपनी के मालिक डॉ राज कुमार के घर पर हुआ। पुलिस जांच कर रही है कि दवा बनाने में फार्मासिस्ट के साथ डॉक्टर शामिल था या नहीं।
डॉक्टर के साथ दवा बनाने पर कर रहा था काम
शिवानेसन अपने परिवार के साथ इरोड जिले के पेरुनदुरई में रहते हैं। लेकिन लॉकडाउन में एक महीने पहले वे परमिशन लेकर चेन्नई पहुंचे। यहां वे अपने कंपनी के मालिक डॉ राज कुमार के घर पर रह रहे थे। दोनों कोरोना वायरस पर दवा बनाने में जुटे थे। कंपनी सिर्फ नेचुरल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट बनाती है। लेकिन शिवानेसन ने केमिकल के साथ दवा बनाई। वह उन्हें दवा को लेकर काफी विश्वास था।
कंपनी के मालिक ने भी पी थी दवा
शिवानेसन ने पहले दवा का टेस्ट कंपनी के मालिक डॉक्टर राज कुमार पर किया। दवाई पीते ही बेसुध हो गए। हालांकि, 10 मिनट बाद ही डॉक्टर ने ठीक हो गया। इस के बाद शिवानेसन ने खुद दवाई पी। लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई।