मानसून सत्र में राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच दो कृषि विधेयक पास हो गए। ये बिल लोकसभा से पहले ही पास हो गए थे। विपक्ष इस बिल का विरोध कर रहा है। इतना ही नहीं एनडीए में भाजपा की पुरानी सहयोगी अकाली दल ने भी इस बिल पर अपना हाथ पीछे खींच लिया है।
नई दिल्ली. मानसून सत्र में राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच दो कृषि विधेयक पास हो गए। ये बिल लोकसभा से पहले ही पास हो गए थे। विपक्ष इस बिल का विरोध कर रहा है। इतना ही नहीं एनडीए में भाजपा की पुरानी सहयोगी अकाली दल ने भी इस बिल पर अपना हाथ पीछे खींच लिया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 के पास होने पर हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी भाषा में ट्वीट कर बधाई दी।
पीएम मोदी ने कहा, भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है। संसद में अहम विधेयकों के पारित होने पर मैं अपने परिश्रमी अन्नदाताओं को बधाई देता हूं। यह न केवल कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगा, बल्कि इससे करोड़ों किसान सशक्त होंगे।
'किसानों को बिचौलियों से मिलेगी आजादी'
प्रधानमंत्री ने कहा, दशकों तक हमारे किसान भाई-बहन कई प्रकार के बंधनों में जकड़े हुए थे और उन्हें बिचौलियों का सामना करना पड़ता था। संसद में पारित विधेयकों से अन्नदाताओं को इन सबसे आजादी मिली है। इससे किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को बल मिलेगा और उनकी समृद्धि सुनिश्चित होगी।
इससे किसानों को मदद मिलेगी
उन्होंने कहा, हमारे कृषि क्षेत्र को आधुनिकतम तकनीक की तत्काल जरूरत है, क्योंकि इससे मेहनतकश किसानों को मदद मिलेगी। अब इन बिलों के पास होने से हमारे किसानों की पहुंच भविष्य की टेक्नोलॉजी तक आसान होगी। इससे न केवल उपज बढ़ेगी, बल्कि बेहतर परिणाम सामने आएंगे। यह एक स्वागत योग्य कदम है।
एमएसपी पर दिलाया भरोसा
पीएम ने कहा, मैं पहले भी कह चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं कि MSP की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद जारी रहेगी। हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं। हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे।