COVID 19:, जनभागीदारी व जनांदोलन से कोरोना पर पाएंगे काबू, पीएम की सलाह के बाद 6 से अभियान

देश में बढ़ते कोरोना संकट पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उच्चस्तरीय बैठक कर कोविड से संबंधित मुद्दों सहित टीकाकरण का समीक्षा किया।

Asianet News Hindi | Published : Apr 4, 2021 6:06 AM IST / Updated: Apr 04 2021, 06:56 PM IST

नई दिल्ली। देश में बढ़ते कोरोना संकट पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनभागीदारी सुनिश्चित करने की सलाह दी है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना रोकने के लिए जनांदोलन की जरुरत है। 
रविवार को पीएम ने उच्चस्तरीय बैठक कर कोविड से संबंधित मुद्दों सहित टीकाकरण की समीक्षा की। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पीएम के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, वैक्सीनेशन कमेटी के अध्यक्ष, स्वास्थ्य सचिव, बायोटेक्नालाॅजी सचिव, आयुष सचिव, डीजी आईसीएमआर, प्रधान सलाहकार वैज्ञानिक भारत सरकार, सदस्य नीति आयोग आदि शामिल रहे।

6 अप्रैल से 14 तक चलेगा विशेष अभियान

हाईलेवल कमेटी की बैठक में पीएम की सलाह के बाद निर्णय लिया गया है कि कोरोना नियंत्रण के लिए 6 से 14 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के साथ लोगों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनने को प्रेरित किया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई पर जोर दिया जाएगा। 

पांच चीजें कर निजात पा सकते हैं कोरोना से 

पीएम मोदी ने कहा कि पांच स्तरों पर जागरुक रह कोरोना को नियंत्रित किया जा सकता है। अधिक से अधिक टेस्टिंग हो, टेस्टिंग के बाद ट्रेसिंग व ट्रीटमेंट में  कोई लापरवाही न हो। कोरोना के लक्षणों को कहीं से भी अनदेखी न हो, इसके साथ ही नियमानुसार सबका वैक्सीनेशन हो। 

अस्पतालों में सुविधाओं का रखें ध्यान

पीएम मोदी ने बैठक में शामिल जिम्मेदारों को निर्देश दिया कि महामारी को देखते हुए कोविड अस्पतालों में सुविधाओं को परखा जाए। वेंटीलेटर, आक्सीजन, अन्य जरुरी उपकरण-सामान, डाॅक्टर्स की टीम आदि सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर ली जाए। 

कमेटी ने इन प्रमुख बातों को पीएम से किया साझा

- देश का 91 फीसदी कोविड केस दस राज्यों से हैं। 
- दस राज्यों में महाराष्ट्र, पंजाब व छत्तीसगढ़ टाॅप थ्री में हैं।
- पूरे देश के कोरोना पाॅजिटिव केस में 57 फीसदी केवल महाराष्ट्र का है। 
- कोरोना के दूसरे लहर में हुई मौतों का 47 प्रतिशत पिछले 14 दिनों में रहा। 

 

पीएम की सख्ती के बाद राज्य हुए सक्रिय

सबसे अधिक कोरोना मामलों वाले आठ राज्य में शामिल मध्य प्रदेश ने महामारी थामने के लिए बड़ा कदम उठाया है। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पड़ोसी राज्यों की सीमाओं को सील करने का ऐलान किया है। मध्य प्रदेश से लगने वाली महाराष्ट्र की सीमाओं को सील कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ से आने जाने वालों पर भी प्रतिबंध लगाए जाने का ऐलान कर दिया गया है। मध्यम प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, इंदौर सहित कई बड़े शहरों में कोरोना के सबसे अधिक केस आए हैं।

केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट 

कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बढ़ रहे खतरे के प्रति सचेत करते हुए केंद्र पहले से ही राज्यों को प्रोटोकाॅल कड़ाई से पालन करने को कह रहा। केंद्र ने राज्यों को चेताया कि वे मास्क को अनिवार्य करे, सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना प्रोटोकाॅल का विधिवत पालन कराए। लेकिन ऐसा नहीं किए जाने की वजह से स्थितियां बेकाबू होने की ओर हैं। 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना संक्रमण का सबसे अधिक मामला आठ राज्यों में ही है। इन आठ राज्यों में देश के कुल केसों का 81.42 प्रतिशत केस हैं।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश में सबसे अधिक केस सामने आए हैं। 

दूसरी लहर देश में काफी खतरनाक

कोरोना की दूसरी लहर देश में काफी खतरनाक होती जा रही है। शनिवार को देश में 92994 संक्रमितों की पहचान हुई। इसमें महाराष्ट्र में 49447 संक्रमित मिले हैं। 

अबतक 1.24 करोड़ संक्रमण की चपेट में आए

देश में अबतक 1.24 करोड़ लोग कोरोना महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इसमें 1.64 लाख लोगों की जान जा चुकी है। भारत में वर्तमान में 691597 एक्टिव केस हैं। प्रतिदिन नए पाॅजिटिव केसों का आंकड़ा 90 हजार के पार जा चुका है। 

इन पांच राज्यों में सबसे अधिक केस

महाराष्ट्रः 29.53 लाख अबतक
पंजाबः 2.48 लाख अबतक
दिल्लीः 6.72 लाख अबतक
मध्य प्रदेशः 3.03लाख अबतक
गुजरातः 3.15 लाख अबतक

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