प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीसरे ब्लूमबर्ग न्यू इकोनोमी फोरम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस फोरम में अपने संबोधन के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीसरे ब्लूमबर्ग न्यू इकोनोमी फोरम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस फोरम में अपने संबोधन के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने दुनिया को रिस्टार्ट करने से पहले रीसेट करने का मौका दे दिया है। उन्होंने कहा कि 'मौजूदा कोविड-19 महामारी ने दुनिया को दिखाया कि शहर, जो विकास के इंजन भी हैं, सबसे कमजोर हैं।'
फोरम की पहली उद्घाटन बैठक सिंगापुर में और दूसरी वार्षिक बैठक बीजिंग में हुई थी। इनमें वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रबंधन, व्यापार एवं निवेश, प्रौद्योगिकी, पूंजी बाजार, शहरीकरण, जलवायु परिवर्तन और समन्वय जैसे विषयों पर बातचीत हुई थी। पीएम मोदी ने फोरम को संबोधित करते हुए कहा, कोविड -19 ने हमें रिस्टार्ट करने से पहले रीसेट करने का अवसर दिया है। अब रिस्टार्ट करने का एक अच्छा बिंदु शहरी केंद्रों का कायाकल्प होगा। पीएम मोदी ने कहा, 'लॉकडाउन को दुनिया भर में प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन भारतीय शहरों में लॉकडाउन नियमों का पालन हुआ हैं, क्योंकि हमारे शहरों की सोसाइटी केवल घरों से बनी जगह नहीं, बल्कि समुदाय है।उन्होंने कहा 'क्या हम टिकाऊ शहरों का निर्माण नहीं कर सकते? भारत में यह प्रयास किया गया है कि हम ऐसे शहरी केंद्रों का निर्माण करें, जिनमें शहरों की सुविधाएं हों, लेकिन गांवों जैसी भावना हो। प्रौद्योगिकी ने हमें कोविड -19 महामारी के दौरान अपना काम जारी रखने में मदद की है।
Covid ने दुनिया को दिखाया आईना
पीएम मोदी ने कहा, 'मौजूदा कोविड-19 महामारी ने दुनिया को दिखाया कि शहर, जो विकास के इंजन भी हैं, सबसे कमजोर हैं। उन्होंने कहा कि विश्व युद्धों के बाद पूरी दुनिया में व्यापक परिवर्तन देखने को मिले थे। कोविड-19 ने हमें हर सेक्टर में नए प्रोटोकॉल विकसित करने के समान अवसर उपलब्ध कराए हैं। अगर हम भविष्य के लिए मजबूत व्यवस्था विकसित करना चाहते हैं तो हमें इन मौकों को पकड़ना होगा।
'चुनौतियों का सामना कर रही'
इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी की चुनौती का सामना कर रही है। फोरम की बैठक में विचार-विमर्श अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उपाय करने और भविष्य के लिए रणनीति तैयार करने पर चर्चा हुई ।