मोदी ने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के सेक्शन की शुरुआत की, कहा- दोगुना माल ढोया जा सकेगा

प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर(EDFC) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ और प्रयागराज में EDFC के परिचालन नियंत्रण केन्द्र(OCC) का उद्घाटन किया। साथ ही न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन से मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मौजूद थे।

Asianet News Hindi | Published : Dec 29, 2020 2:55 AM IST / Updated: Dec 29 2020, 12:44 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर(EDFC) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ और प्रयागराज में EDFC के परिचालन नियंत्रण केन्द्र(OCC) का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "आज का दिन भारतीय रेल के गौरवशाली अतीत को 21वीं सदी की नई पहचान देने वाला है। भारत और भारतीय रेल का सामर्थ्य बढ़ाने वाला है। आज हम आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा और आधुनिक रेल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट धरातल पर उतरता देख रहे हैं।" 

पीएम मोदी ने बताया, क्या-क्या फायदा होगा?

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पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसे मालवाहक ट्रेनों के लिए बनाया गया है। 351 किमी. लंबा ये कॉरिडोर न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन तक है। इसे बनाने में 5750 करोड़ रुपए की लागत आई है। यह पंजाब के लुधियाना से शुरू होकर हरियाणा, यूपी, बिहार और झारखंड से होते हुए पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक जाएगा। 

कॉरिडोर से क्या फायदा होगा?
इस कॉरिडोर की मदद से अनाज सहित दूसरे सामान सही समय पर पहुंच सकेगा। वहीं पैसेंजर्स ट्रेनों का समय सही हो जाएगा। नॉर्मल रेल लाइन पर दबाव कम होगा, जिससे नई ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी। 

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