दिल्ली में आप V/s भाजपा लड़ाई: केजरीवाल की इमरजेंसी मीटिंग में नहीं पहुंचे 9 विधायक

नई एक्साइज पॉलिसी(अब कैंसल) में कथित घोटाले में सीबीआई की एंट्री के बाद से दिल्ली की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। AAP ने भाजपा पर 'ऑपरेशन लोटस' का आरोप लगाया। उधर, भाजपा ने दो टूक कहा कि मनीष सिसोदिया बच नहीं पाएंगे।

Amitabh Budholiya | Published : Aug 25, 2022 1:36 AM IST / Updated: Aug 25 2022, 02:52 PM IST

नई दिल्ली. राजधानी में शराब नीति को लेकर 'आप V/s भाजपा' लड़ाई और तेज हो गई है। इस लड़ाई की अगली रणनीति तय करने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार(25 अगस्त) को विधायक दल की बैठक बुलाई। इसमें विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त की कोशिशों पर चर्चा हुई। लेकिन इस बीच कुछ विधायक गायब हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई इस मीटिंग में 9 MLAs नहीं पहुंचे हैं। पार्टी हाईकमान का उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। इससे पहले बुधवार को केजरीवाल ने AAP के पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक बुलाई थी। इसमें सरकार गिरने की कोशिश को लेकर चर्चा की गई थी। साथ ही मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई की रेड की निंदा की गई थी। ( पहली तस्वीर-दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कथित शराब नीति घोटाले को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया)

(केजरवाल द्वारा बुलाई मीटिंग में मौजूद आप विधायक)

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मीटिंग मे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और विधानसभा में डिप्टी स्पीकर रामनिवास गोयल समेत 9 विधायक नहीं पहुंचे। सिसोदिया हिमाचल प्रदेश गए हैं। मीटिंग के बाद केजरीवाल ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा उनके 40 विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। 20-20 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है। यानी भाजपा 800 करोड़ रुपए खर्च कर दिल्ली सरकार गिराना चाहती है। बता दें कि 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में AAP के 62 और भाजपा के 8 विधायक हैं। हालांकि बैठक के बाद आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने साफ कहा कि दिल्ली सरकार को कोई खतरा नहीं है। 

बैठक से पहले से बोले
BJP कई दिनों से कोशिश कर रही है कि दिल्ली सरकार को गिरा सके, पहले भी AAP को तोड़ने की और सरकार गिराने की कोशिश हुई है। कई विधायकों ने कहा कि उन्हें 20-20 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया। AAP विधायक आतिशी मार्लेना

हम अपने विधायकों से संपर्क कर रहे हैं, वे कहीं नहीं जा रहे। हमारी एक साथी से बात हुई और बताया कि भाजपा लगभग 40 विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है और हर विधायक को 20 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं। आप विधायक दिलीप पांडेय

AAP ने लगाए भाजपा पर दिल्ली की सरकार गिराने की साजिश के आरोप
राजनीतिक खींचतान के बीच आम आदमी पार्टी(AAP) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिल्ली सरकार को गिराने की साजिश करने का आरोप लगाया था। आप नेताओं ने दावा किया कि भाजपा ने उसके 4 विधायकों से पार्टी बदलने के लिए 20 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था। साथ ही कहा गया था कि अगर ऐसा नहीं किया, तो सीबीआई और ईडी का सामना करना पड़ेगा। इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा था कि आप अपने विधायकों से संपर्क करने वालों के नामों का खुलासा करे। अरविंद केजरीवाल भी कह चुके हैं कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है।

उधर, कांग्रेस ने भी दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के लिए आप सरकार की आलोचना करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भ्रष्टाचार के लिए नई कैटेगरी है, तो दोनों को भारत रत्न मिलना चाहिए।

AAP ने दिल्ली के लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार स्थिर है। उनका कोई भी विधायक भाजपा में शामिल नहीं होगा। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था किउनकी पार्टी के विधायकों अजय दत्त, संजीव झा, सोमनाथ भारती और कुलदीप कुमार से भाजपा द्वारा संपर्क किए जाने के बाद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी और भाजपा के बीच एक नया आमना-सामना शुरू हो गया है। 

आप सांसद ने कहा, "उन्हें (आप के चार विधायकों को) भाजपा में शामिल होने पर 20-20 करोड़ रुपये और अन्य विधायकों को अपने साथ लाने पर 25 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है। उन्होंने (भाजपा नेताओं ने) हमारे विधायकों से कहा कि अगर वे प्रस्ताव स्वीकार नहीं करते हैं और भाजपा में शामिल होते हैं, तो उन्हें भी सीबीआई और ईडी के झूठे मामलों का सामना करना पड़ेगा। जैसा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कर रहे हैं। हालांकि, आप ने उन भाजपा नेताओं के नामों का खुलासा करने से इनकार कर दिया, जिन्होंने उसके विधायकों से संपर्क किया था।

हालांकि इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने राजधानी में शराब के व्यापार में सुधार के लिए गठित एक विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों की अनदेखी की और उन कंपनियों को लाइसेंस दिया, जिन्होंने आप को "भारी कमीशन" का भुगतान किया। पात्रा ने कहा कि मनीष सिसोदिया बच नहीं पाएंगे।

AAP भ्रष्टाचार से लड़ने सत्ता में आई, लेकिन शराब घोटाले में शामिल
इस बीच दिल्ली भाजपा ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज से बुधवार को अपना 'जन चौपाल' के जरिये विरोध शुरू कर आप सरकार पर हमला तेज कर दिया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि वह एक भी दागी विधायक को विधानसभा में नहीं बैठने देंगे, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद अपने दो मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को अपने मंत्रिमंडल में बनाए रखा है। गुप्ता ने आरोप लगाया और दावा किया कि भ्रष्टाचार से लड़ने का वादा कर सत्ता में आए केजरीवाल और उनकी पार्टी की सरकार घोटालों में शामिल है, यह देखकर हैरानी होती है। उधर, AAP ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह केजरीवाल को रोकने के लिए CBI जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भगवा पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में हार न जाए। 

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