
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, प बंगाल, आंध्र प्रदेश के कलेक्ट्ररों और फील्ड अफसरों से कोरोना की स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, कोरोना के दौर में जीवन बचाने के साथ साथ हमारी प्राथमिकता जीवन को आसान बनाए रखने की भी है। गरीबों के लिए मुफ्त राशन की सुविधा हो, दूसरी आवश्यक सप्लाई हो, कालाबाजारी पर रोक हो, ये सब इस लड़ाई को जीतने के लिए भी जरूरी हैं, और आगे बढ़ने के लिए भी आवश्यक है।
उन्होंने अफसरों से कहा, महामारी जैसी आपदा के सामने सबसे ज्यादा अहमियत हमारी संवेदनशीलता और हमारे हौंसले की ही होती है। इसी भावना से आपको जन जन तक पहुंचकर, जैसे काम आप कर रहे हैं उन्हें और अधिक ताकत और अधिक पैमाने पर करते ही रहना है। आज की परिस्थितियों ने आपको अपनी क्षमताओं की नई तरह से परीक्षा लेने का अवसर दिया है। अपने जिले की छोटी से छोटी दिक्कत को दूर करने के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आपकी यही भावना आज काम आ रही है।
आपके अनुभव कोरोना से लड़ने में मदद करेंगे- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, महामारी जैसी नई चुनौतियों को देखते हुए हमें नए समाधानों की भी आवश्यकता है। इस प्रकार, हमें अपने स्थानीय अनुभवों को साझा करना चाहिए और एक राष्ट्र के रूप में मिलकर काम करना चाहिए। कई राज्यों के अधिकारियों ने आज भी अपने अनुभव साझा किए हैं। यह जमीनी हालात से लड़ने में काफी मदद देगा।
पीएम ने कहा, जब फील्ड पर मौजूद लोगों से बातचीत होती है, तो ऐसी अभूतपूर्व परिस्थितियों से निपटने में बहुत अधिक मदद मिलती है। बीते कुछ दिनों में ऐसे अनेक सुझाव मिले हैं, अनेक जिलों में परिस्थिति के अनुसार कईं इन्नोवेटिव तरीकों की भी जानकारी आप लोगों से मिली है।
वैक्सीन वेस्टेज रोकना जरूरी
पीएम ने कहा, एक विषय वैक्सीन वेस्टेज का भी है। एक भी वैक्सीन की वेस्टेज का मतलब है, किसी एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं दे पाना। इसलिए वैक्सीन वेस्टेज रोकना जरूरी है।
हमें आगे के लिए तैयार रहना होगा- पीएम
पीएम ने कहा, दूसरी लहर के बीच वायरस म्यूटेशन की वजह से अब युवाओं और बच्चों के लिए ज्यादा चिंता जताई जा रही है। आपने जिस तरह से फील्ड पर काम किया है इसने इस चिंता को गंभीर होने से रोकने मदद तो की है, लेकिन हमें आगे के लिए तैयार रहना ही होगा।
कोरोना अभी भी चुनौती
पीएम ने कहा, बीते कुछ समय से देश में एक्टिव केस कम होना शुरू हुए हैं। लेकिन आपने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण माइनर स्केल पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
'हमें यह संदेश ग्रामीण भारत में फैलाना चाहिए कि सभी को अपने गांव को कोरोना मुक्त रखने की आवश्यकता है।'
- 'पिछली महामारियां हों या फिर ये समय, हर महामारी ने हमें एक बात सिखाई है। महामारी से डील करने के हमारे तौर-तरीकों में निरंतर बदलाव, निरंतर इनोवेशन बहुत जरूरी है।'
- 'ये वायरस म्यूटेशन में, स्वरूप बदलने में माहिर है, तो हमारे तरीके और रणनीति भी बदलते रहना चाहिए।'
मंगलवार को भी की थी बात
इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली के अफसरों से बात की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने अफसरों से कहा, कोरोना के खिलाफ इस जंग में आप अहम भूमिका निभा रहे हो। एक तरह से आप लोग इस जंग में फील्ड कमांडर हो। पीएम ने कहा, फील्ड कमांडर बड़ी योजना को मूर्त रूप देता है, जमीन पर लड़ाई लड़ता है और परिस्थिति के अनुसार निर्णय लेता है।
आपका जिला जीता, तो देश की जीत होगी- पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा था, देश के हर जिले में कई चुनौतियां हैं। आप अपने जिले की चुनौतियों को काफी अच्छे से समझते हैं। जब आपका जिला जीत जाएगा, यह देश की जीत होगी। अगर आपका जिला कोरोना को हरा देता है, तो देश भी ऐसा कर पाएगा।
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