करगिल में जवानों से बोले PM मोदी- आतंक के अंत का उत्सव है दिवाली, यहां हमारी सेना ने कुचला था आतंकियों का फन

करगिल में सेना के जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दिवाली आतंक के अंत का उत्सव है। करगिल में हमारी सेना ने आतंक के फन को कुचला था।

Asianet News Hindi | Published : Oct 24, 2022 5:46 AM IST / Updated: Oct 24 2022, 12:16 PM IST

करगिल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवाली मनाने के लिए करगिल पहुंचे हैं। उन्होंने सीमा की रक्षा कर रहे जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली आतंक के अंत का उत्सव है। करगिल में हमारी सेना ने आतंक के फन को कुचला था। 

नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आपसब के बीच दिवाली मनाने आया हूं। इससे बेहतर दिवाली मुझे और कहां नसीब हो सकती है। कहां हम सिविलियन लोगों की दिवाली, हमारी आतिशबाजी और कहां आपकी आतिशबाजी। आपकी आतिशबाजी अलग होती है। आपके धमाके अलग होते हैं। शौर्य की अप्रतिम गाथा के साथ हमारी परंपरा मिठास की है। भारत अपने त्योहार प्रेम के संदेश के साथ मनाता है। 

नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ एक भी लड़ाई ऐसी नहीं हुई होगी जब कारगिल ने विजय ध्वज नहीं फहराया होगा। दिवाली का अर्थ है आतंक के अंत के साथ उत्सव। आतंक के अंत का उत्सव। यही कारगिल ने भी किया था। कारगिल में हमारी सेना ने आतंक के फन को कुचला था। देश में ऐसी दिवाली मनाई गई थी कि लोग आज भी याद करते हैं।

कारगिल के युद्ध को करीब से देखा था
नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य रहा है कि मैं कारगिल की जीत का साक्षी रहा हूं। मैंने युद्ध को करीब से देखा है। यहां आते ही मुझे 23 साल पुरानी तस्वीरें दिखाई गई। उन्हें देख मेरी यादें ताजा हो गईं। इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। जब हमारे जवान कारगिल युद्ध में दुश्मनों को मुहतोड़ जवाब दे रहे थे तब मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला था। मेरा कर्तव्य पथ मुझे रणभूमि तक ले आया था। सैनिकों की सेवा के लिए देश ने जो राहत सामाग्री भेजी थी मैं उसे लेकर आया था। उस समय की कितनी ही यादे हैं जो मैं कभी भूल नहीं सकता। ऐसा लगता है कि चारों दिशाओं में विजय का जयघोष है। 

अमर अस्तित्व है भारत
हमारा भारत केवल एक भूखंड नहीं है। हमारा भारत अमर अस्तित्व है। जब हम भारत कहते हैं तो सामने शाश्वत संस्कृति की तस्वीर उभरती है। वीरता की विरासत उठ खड़ी होती है। पराक्रम की परिपाटी प्रखर होती है। एक ऐसी अविरल धारा है जो एक ओर गननचुंबी हिमालय से प्रकट ती है और दूसरी ओर हिंद महासागर में समाहित होती है। कई संस्कृति मिट गईं, लेकिन भारत के अस्तित्व की सांस्कृतिक धारा अविरल और अमर है। राष्ट्र तब अमर होता है जब उसके संतानों को अपने संसाधनों पर विश्वास होता है। कारगिल का कुरुक्षेत्र भारत की सेना के पराक्रम का गबाह है। पहाड़ों की चोटियों पर बैठे दुश्मन हमारे जवानों के साहस के सामने बौने बन गए थे। जिस देश के सैनिकों का शौर्य इतना अनंत हो उस राष्ट्र का अस्तित्व अमर और अटल ही होता है।

पीएम ने कहा कि आप सभी सीमा प्रहरी देश की रक्षा के मजबूत स्तंभ हैं। आप हैं तभी देश के भीतर देशवासी चैन से रहते हैं। यह हर भारतवासी के लिए खुशी की बात है कि देश की सुरक्षा कवच को संपूर्णता देने के लिए हर भारतवासी पूरी शक्ति लगा रहा है। देश सुरक्षित तभी होता है जब बॉर्डर सुरक्षित हो, अर्थव्यवस्था सशक्त हो और समाज आत्मविश्वास से भरा हो। आज आप बॉर्डर पर देश की ताकत की बात सुनते हैं तो आपका हौसला दोगुना हो जाता है।

वैश्विक पटल पर बढ़ी है भारत की भूमिका 
मोदी ने कहा कि आज जब आप बॉर्डर पर देश की ताकत की खबरें सुनते हैं तो आपका हौसला दोगुना हो जाता है। सात-आठ साल के भीतर देश की अर्थव्यवस्था 10वें नंबर से 5नंबर पर पहुंची है तो अपका भी माथा गर्व से ऊंचा हो गया है। जब एक तरफ आप जैसे युवा सीमा को संभालते हैं और दूसरी तरफ आपके युवा साथी 80 हजार से अधिक स्टार्टअप बना देते हैं, नए-नए इनोवेशन करते हैं तो आपकी खुशी भी बढ़ जाती है। 

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही इसरो ने ब्रॉड बैंड इंटरनेट का विस्तार करने वाले 36 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। अंतरिक्ष में भारत जब अपना सिक्का जमाता है तब कौन सा ऐसा वीर जवान होगा, जिसकी छाती चौड़ी न होती हो। कुछ महीने पहले जब यूक्रेन में लड़ाई शुरू हुई तब हमारा प्यारा तिरंगा वहां फंसे भारतीय नागरिकों का सुरक्षा कवच बना यह हम सभी ने देखा है। दुनिया में आज भारत का मान-सम्मान बढ़ा है। वैश्विक पटल पर भारत की भूमिका बढ़ी है।

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