तो इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में बजवाई थी देशवासियों से थाली और ताली, आप भी जानें

पीएम नरेंद्र मोदी ने कोराना काल में क्यों बजवाई थी ताली और थाली। अगर नहीं जानते तो जान लीजिए क्योंकि पीएम ने दिल्ली के प्रगति मैदान में छात्रों से संवाद के दौरान इस बात का खुलासा कर दिया है।  

Yatish Srivastava | Published : Jan 30, 2024 6:28 AM IST

नई दिल्ली। देश ने कोरोना काल जैसे सबसे बुरे संक्रमण काल को महसूस किया है। दुनिया भर में कोरोना काल में लाखों की संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई। पहली लहर से ज्जादा जानें कोरोना की दूसरी लहर में गई। इस दौरान पीएम मोदी और सरकार ने कई प्रोटोकॉल फॉलो कराने के साथ लोगों को कोराना वैक्सनीन भी लगवाई। 

कोरोना के दौर में पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से थाली और ताली बजवाई थी, दीये या मोबाइल की टॉर्च से एक ही समय पर एक साथ रोशनी करने के लिए भी कहा था। इसे लेकर विपक्ष की ओर से कई सारे कमेंट भी सुनने को मिले, लेकिन दिल्ली के प्रगति मैदान में पीएम मोदी ने थाली और ताली बजवाने के पीछे के कारणों का खुलासा कर दिया। 

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छात्रों से चर्चा के दौरान किया बड़ा खुलासा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में छात्रों से परीक्षा को होने वाली टेंशन को लेकर चर्चा के दौरान एक बड़ा खुलासा भी कर डाला। पीएम मोदे कोरोना काल का जिक्र करते हुए छात्रों को बताया कि परीक्षा की घड़ी में कैसे अपना हौसला बनाए रखें और घबराएं बिल्कुल न। कैसे अपनी क्षमताओं और इच्छा शक्ति को मजबूत करें एकजुटता के साथ परिस्थितियों का सामना करें।

कोरोना में थाली-ताली बजवाने का ये था कारण
पीएम मोदी ने कहा कि कोराना काल में उन्होंने सभी देशवासियों से एक तय तिथि पर तय समय पर एक साथ थाली-ताली और दीये या मोबाइल से टॉर्च की रोशनी करने के लिए कहा था। देशवासियों ने ऐसा किया भी था। उन्होंने कहा कि पता था कि ऐसा करने से कोरोना नहीं भागेगा। कई विपक्षी दलों ने भी मजाक उड़ाया था लेकिन ये कोशिश कोराना दूर करने के लिए इस मुश्किल घड़ी में सभी देशवासियों को एकजुट करने के लिए की गई थी। ये दिखाना था कि मुसीबत के समय सारा देश एक साथ ही और सब मिलकर इस परेशानी से मजबूती से लड़ेंगे और इससे उबरेंगे।

परेशानी के समय हार नहीं मानना
पीएम ने कहा कि पूरा देश एक साथ मिलकर और एक-दूसरे का साथ देकर लड़ेगा तो बड़ी से बड़ी परेशानी भी छोटी नजर आएगी। कोरोना महामारी में जहां देश के देश तबाह हो गए वहां भारत जहां 1 करोड़ 40 लाख की आबादी है वह मजबूती के साथ डटा रहा।

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