राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बिजली का संकट बड़ा होता जा रहा है। कोयला आपूर्ति न होने का हवाला देकर इन राज्यों ने केंद्र के सिर पर बिजली कटौती का ठीकरा फोड़ा है। दिल्ली सरकार ने तो मेट्रो तक बंद होने की चेतावनी दी है। उत्तर प्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र की हालत भी खस्ता है।
नई दिल्ली। देश के अधिकांश शहरों में पारा 40 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में यह 44 से 46 डिग्री पर है। इस बीच बिजली की किल्लत ने लोगों की मुसीबत और बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे करीब 16 राज्य बिजली संकट से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी राज्यों के निवासी टिप्पणी कर रहे हैं। इस बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajastan CM Ashok Gehlot) ने कोयले की किल्लत को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि कोयले की आपूर्ति नहीं होना राष्ट्रीय संकट है। इसे एकजुट होकर दूर करना होगा।
सिर्फ जरूरी उपकरण इस्तेमाल करें : गहलोत
गहलोत ने ट्वीट किया- ‘देश के 16 राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है एवं इसके अनुरूप कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिसके कारण आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति संभव नहीं है। यह एक राष्ट्रीय संकट है। गहलोत ने लोगों से अपील की है कि अपने घरों या दफ्तर में गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बंद रखें। अपनी प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक करें।
राजस्थान में भाजपा कर रही प्रदर्शन
गौरतलब है कि राजस्थान में बिजली संकट को लेकर भाजपा प्रदर्शन कर रही है। इस पर गहलोत ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रदेश भाजपा बिजली घरों पर प्रदर्शन कर इस संकट में चुनौतीपूर्ण कार्य कर रहे बिजली कर्मचारियों को परेशान कर उन पर दबाव बना रही है। मैं उनसे चाहूंगा कि राज्यों को कोयला उपलब्ध करवाने का काम केंद्र सरकार का है। क्या प्रदेश भाजपा का दिशाहीन नेतृत्व केंद्र सरकार से इस बारे में सवाल पूछेगा कि वह मांग के अनुसार कोयला उपलब्ध करवाने में सक्षम क्यों नहीं है, जिस वजह से 16 राज्यों में बिजली कटौती की नौबत आई।
दिल्ली में भी बिजली की भारी समस्या
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार किसी तरह से दिल्ली में बिजली आपूर्ति की स्थिति से निपट रही है। देश में बिजली संकट के समाधान के लिए त्वरित, ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत में बिजली की स्थिति बहुत गंभीर है। उन्होंने केंद्र सरकार से उचित समाधान निकालने की अपील की है।
केंद्र से कहा- कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करें
दिल्ली सरकार ने गुरुवार को ही चेतावनी दी है कि मेट्रो ट्रेनों और अस्पतालों के साथ ही राजधानी के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने में समस्या हो सकती है। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक आपात बैठक बुलाने के साथ ही केंद्र को भी इस संबंध में पत्र लिखा है और कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की मांग की है।
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