गोवा में हर घर जल उत्सव: PM मोदी ने कहा-'7 दशकों में जितना काम हुआ, उससे 2 गुना 3 साल में कर दिखाया'

PM नरेंद्र मोदी गोवा में जल जीवन मिशन के तहत 'हर घर जल उत्सव' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। इसे लेकर पीएम ने एक tweet करके कहा कि गोवा के लिए ये खास दिन है।

Amitabh Budholiya | Published : Aug 19, 2022 6:44 AM IST / Updated: Aug 19 2022, 12:59 PM IST

नई दिल्ली. गोवा के लिए जन्माष्टमी(19 अगस्त) बेहद खास दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा में जल जीवन मिशन के तहत 'हर घर जल उत्सव' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। इसे लेकर पीएम ने एक tweet करके कहा कि गोवा के लिए ये खास दिन है। बता दें कि जल जीवन मिशन के तहत गोवा हर घर तक पेयजल पहुंचाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। गोवा सरकार ने 378 गांवों को हर घर जल घोषित किया है। यानी यहां हर घर तक शुद्ध पानी पहुंच चुका है। गोवा के 2,63,013 ग्रामीणों के घरों तक पेजयल पहुंच चुका है।

जन्माष्टमी की बधाई से की स्पीच की शुरुआत
मोदी ने कहा-आज एक बहुत महत्वपूर्ण और पवित्र दिवस है। देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। दुनियाभर में फैले भगवान श्रीकृष्ण के सभी भक्तों को बहुत-बहुत बधाई। जय श्रीकृष्ण। अमृत काल में भारत जिन विशाल लक्ष्यों पर काम कर रहा है, उससे जुड़े 3 अहम पड़ाव हमने आज पार किए हैं।
1- आज देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवार पाइप द्वारा स्वच्छ जल की सुविधा से जुड़ चुके हैं। ये हर घर जल पहुंचाने की सरकार की बहुत बड़ी सफलता है। ये सबका प्रयास का बेहतरीन उदाहरण भी है। देश ने और विशेषकर गोवा ने आज एक उपलब्धि हासिल की है। आज गोवा देश का पहला राज्य बना है, जिसे हर घर जल सर्टिफाई किया गया है। दादरा नगर हवेली एवं दमन और दीव भी, हर घर जल सर्टिफाइड केंद्र शासित राज्य बन गए हैं। देश की तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है। कुछ साल पहले सभी देशवासियों के प्रयासों से, देश खुले में शौच से मुक्त घोषित हुआ था। इसके बाद हमने संकल्प लिया था कि गांवों को ODF प्लस बनाएंगे। इसको लेकर भी देश ने अहम माइलस्टोन हासिल किया है। अब देश के अलग-अलग राज्यों के एक लाख से ज्यादा गांव ODF प्लस हो चुके हैं। इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए सेवाभाव, कर्तव्यभाव से 24 घंटे काम करने की जरूरत है। 

water security सबसे बड़ी चुनौत
मोदी ने कहा-आज दुनिया की बड़ी-बड़ी संस्थाएं कह रही हैं कि 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौती water security की होगी। पानी का अभाव विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में भी अवरोध बन सकता है। हमारी सरकार बीते 8 साल से इसी भावना के साथ water security के लिए काम कर रही है। सरकार बनाने के लिए उतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती, लेकिन देश बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। हम सभी ने देश बनाने का रास्ता चुना है, इसलिए देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का लगातार समाधान कर रहे हैं। भारत में अब रामसर साइट्स यानि wetlands की संख्या भी बढ़कर 75 हो गई है। इनमें से भी 50 साइट्स पिछले 8 वर्षों में ही जोड़ी गई हैं। यानि water security के लिए भारत चौतरफा प्रयास कर रहा है और इसके हर दिशा में नतीजे भी मिल रहे हैं। सिर्फ 3 साल के भीतर जल जीवन मिशन के तहत 7 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पाइप के पानी की सुविधा से जोड़ा गया है। ये कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है। आजादी के 7 दशकों में देश के सिर्फ 3 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास ही पाइप से पानी की सुविधा उपलब्ध थी।

7 दशकों में जितना काम हुआ...
मोदी ने कहा-7 दशकों में जितना काम हुआ था, उससे 2 गुने से ज्यादा काम देश ने 3 साल में करके दिखाया है। नई सरकार बनने के बाद हमने अलग जल शक्ति मंत्रालय बनाया। इस अभियान पर 3 लाख 60 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। 100 साल की सबसे बड़ी महामारी की वजह से रुकावटें आईं, लेकिन इसके बावजूद इस अभियान की गति कम नहीं हुई। जल जीवन मिशन की सफलता को चार मजबूत स्तंभों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है-लोगों की भागीदारी, प्रत्येक हितधारक की भागीदारी, राजनीतिक इच्छाशक्ति और संसाधनों का अधिकतम उपयोग उपयोग।
 

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