जापान की 2 दिनी यात्रा पर PM मोदी: भारत के IT टैलेंट को लेकर उत्साहित दिखीं कंपनियां, आत्मनिर्भर भारत को सराहा

QUAD समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) जापान  23-24 मई को जापान में रहेंगे। वे यहां कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। खासकर, कोरोना से लेकर अर्थव्यवस्था तक कई विषयों पर अगली रणनीति पर चर्चा होगी। मोदी  जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर इस यात्रा पर पहुंचे हैं।

Amitabh Budholiya | Published : May 23, 2022 1:44 AM IST / Updated: May 23 2022, 02:44 PM IST

नई दिल्ली. अपनी 2 दिवसीय जापान यात्रा के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) टोक्यो पहुंच गए हैं। जापान में भारतीय प्रवासियों ने प्रधानमंत्री का नारेबाजी और गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। वे यहां QUAD समिट में शामिल होंगे। वे यहां कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। खासकर, कोरोना से लेकर अर्थव्यवस्था तक कई विषयों पर अगली रणनीति पर चर्चा होगी। मोदी  जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर इस यात्रा पर पहुंचे हैं। जापान पहुंचने पर मोदी ने tweet किया-"जापान पहुंचा हूं। इस यात्रा के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा, जिसमें क्वाड समिट, साथी क्वाड लीडर्स से मिलना, जापानी बिजनेस लीडर्स और जीवंत भारतीय डायस्पोरा(Indian diaspora-जापान में बसा भारतीय समुदाय) के साथ बातचीत करना शामिल है।"   मोदी ने कहा-भारत एक समावेशी लचीला 'इंडो पैसिफिक इकोनॉमिक मॉडल' के निर्माण के लिए आप सभी के साथ काम करेगा। हमारे बीच भरोसा, पारदर्शिता, समयबद्धता होनी चाहिए। यह इंडो पैसिफिक क्षेत्र में विकास, शांति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगा।

(यह तस्वीर PMO India के twitter पर शेयर की गई है। इसमें लिखा गया-भारत के समय-समय पर जांचे-परखे मूल्यवान मित्र से इनोवेशन और आर्थिक संबंधों पर चर्चा। पीएम मोदी ने suzukicojp के सलाहकार ओसामु सुजुकी-Osamu Suzuki से मुलाकात की। इस दौरान भारत में विविध अवसरों, भारत-जापान के बीच मजबूत आर्थिक साझेदारी पर बहुत कुछ बात हुई)

विदेश मंत्रालय ने किया tweet

मोदी NEC Corporation के अध्यक्ष नोबुहिरो एंडो से मिले। एंडो ने स्मार्ट शहरों, उभरती प्रौद्योगिकियों और भारत में जापानी सीखने को प्रोत्साहित करने के लिए एक अभिनव प्रयास जैसे क्षेत्रों में भारत में अवसरों के बारे में बात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो में एनईसी कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. नोबुहिरो एंडो( Dr. Nobuhiro Endo ) से मुलाकात की। भारत के दूरसंचार क्षेत्र में एनईसी की भूमिका की सराहना की और भारत में नई और उभरती प्रौद्योगिकियों में अवसरों पर चर्चा की। प्रधान मंत्री ने भारत के दूरसंचार क्षेत्र में विशेष रूप से चेन्नई-अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (सीएएनआई) और कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह (केएलआई) ओएफसी परियोजनाओं को शुरू करने में एनईसी की भूमिका की सराहना की। उन्होंने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के तहत निवेश के अवसरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने औद्योगिक विकास, कराधान और श्रम सहित भारत में व्यापार करना आसान बनाने के लिए किए जा रहे विभिन्न सुधारों पर चर्चा की। उन्होंने नई और उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत में अवसरों पर भी चर्चा की।"

UNIQLO के अध्यक्ष से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UNIQLO के अध्यक्ष और सीईओ तदाशी यानाई(Tadashi Yanai) के साथ बातचीत की। UNIQLO के अध्यक्ष ने कहा कि वे भारत में उत्पादन और अनुसंधान एवं विकास में निवेश तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा-हम एंड टू एंड प्रोडक्ट्स यानी प्लांट से लेकर डिजाइन और फैब्रिक तक पर फोकस कर सकते हैं। हम भारत में विकास करना चाहते हैं। भारत में आईटी प्रतिभाएं उत्कृष्ट हैं। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि "चलो यह करते हैं।"

पीएम मोदी ने सुजुकी लीडरशिप से मुलाकात की। इसमें कहा गया कि पीएम मोदी द्वारा किए गए सुधार बयां नहीं किए जा सकते हैं। मोदी द्वारा किए गए सुधार भारत को एक मॉडल लैंडस्केप में बदल रहे हैं। पीएम मोदी की थीम सेल्फ रिलायंस (आत्मनिर्भर भारत) को  जापानी निवेशकों से बहुत दृढ़ता से समर्थन मिल रहा है।

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चीन को लगी मिर्ची, दिया ये बयान
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दक्षिणी चीनी शहर गुआंगझाऊ में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में हिंद-प्रशांत रणनीति के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अधिकाधिक सतर्कता एवं चिंता की स्थिति पैदा कर रही है। वांग यी ने कहा कि अमेरिका की ‘हिंद-प्रशांत रणनीति’ विफल रहेगी। यह टिप्पणी चीन के विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट की है।

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ये QUAD है क्या
QUAD मतलब क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग(quadrilateral security dialog-चतुर्भुज सुरक्षा संवाद)। इसमें जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के बीच एक बहुपक्षीय समझौता हुआ है। यह इंडो-पैसिफिक स्तर पर सक्रिय है। इसका मकसद समुद्री रास्तों से व्यापार आसान बनाना और सैनिक बेस को मजबूत करना है। इसका मकसद सैन्य शक्ति का संतुलन है।

जापान पहुंचने से पहले PM ने एक बयान जारी किया था
मैं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर 23-24 मई, 2022 तक जापान के टोक्यो का दौरा करूंगा।

मार्च 2022 में, मुझे 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री किशिदा की आवभगत का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। टोक्यो की अपनी यात्रा के दौरान, मैं भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से हमारे संवाद को आगे जारी बनाए रखने के लिए उत्सुक हूं।

जापान में, मैं सेकेंड इन-पर्सन क्वाड नेता सम्मेलन में भी भाग लूंगा, जो चार क्वाड देशों के नेताओं को क्वाड पहलों की प्रगति की समीक्षा करने का अवसर उपलब्ध कराएगा। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों तथा परस्पर हित के वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।

मैं राष्ट्रपति जोसेफ बिडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करूंगा, जहां हम अमेरिका के साथ अपने विभिन्न पहलुओं वाले द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाने पर चर्चा करेंगे। हम क्षेत्रीय विकास और समसामयिक वैश्विक मुद्दों पर भी अपना संवाद जारी रखेंगे।

ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज पहली बार क्वाड लीडर्स सम्मेलन में शामिल होंगे। मैं उनके साथ एक द्विपक्षीय बैठक करने के लिए उत्सुक हूं जिस दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुआयामी सहयोग तथा क्षेत्रीय और पारस्परिक हितों के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग हमारी विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण पहलू है। मार्च शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री श्री किशिदा और मैंने जापान से भारत में अगले पांच वर्षों में सार्वजनिक और निजी निवेश तथा वित्तपोषण में 5 ट्रिलियन जापानी येन प्राप्त करने के अपने इरादे की घोषणा की थी। आगामी यात्रा के दौरान, मैं इस लक्ष्य के अनुसरण में हमारे देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के ध्येय के साथ जापान के व्यापार जगत के शीर्ष व्यक्तियों के साथ मुलाकात करूंगा।

जापान में भारतीय डायस्पोरा के लगभग 40,000 सदस्य हैं, जो जापान के साथ हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण आधार हैं। मैं उनके साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं।(PIB से संशोधित PM का बयान)

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