लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि आरक्षण मुद्दे पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत के बयान के खिलाफ कांग्रेस का विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव उनके विचाराधीन है ।
नई दिल्ली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि आरक्षण मुद्दे पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत के बयान के खिलाफ कांग्रेस का विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव उनके विचाराधीन है ।
कांग्रेस ने कहा आरक्षण पर सत्ता पक्ष का बयान गुमराह करने वाला
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मुझे विशेषाधिकार हनन की सूचना प्राप्त हुई है । यह सूचना मेरे विचाराधीन है । ’’ इससे पहले, सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एससी, एसटी आरक्षण मुद्दे पर सत्ता पक्ष से आया बयान गुमराह करने वाला है । कांग्रेस के ही गौरव गोगोई ने कहा कि संसद में एससी, एसटी आरक्षण मुद्दे पर गुमराह किया गया है और अदालत के फैसले को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है और इसलिये हमने विशेषाधिकार हनन की सूचना दी है ।
पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर दोनों सदनों में विपक्ष ने किया हंगामा
सोमवार को भी कांग्रेस ने गहलोत पर लोकसभा को आरक्षण के मुद्दे पर गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा था कि वह उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लायेगी । गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों दिये बयान में उच्चतम न्यायालय के फैसले के संदभ में कहा था कि, ‘‘ इसको ध्यान में रखते सरकार इस पर उच्च स्तरीय विचार कर रही है। इस मामले में न तो भारत सरकार को पक्षकार बनाया गया और न ही भारत सरकार से शपथ पत्र मांगा गया । ’’
सोमवार को नियुक्ति एवं पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के एक फैसले को लेकर दोनों सदनों में विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया था। इसके बाद गहलोत का बयान हुआ था।
कोर्ट ने क्या कहा था ?
उच्चतम न्यायालय ने सात फरवरी को दिये अपने एक फैसले में कहा कि पदोन्न्ति में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है ।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)