प्रियंका गांधी ने 'ट्रंप दौरे समिति' पर उठाए सवाल कहा- सरकार समिति की आड़ में क्या छिपाना चाहती है

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 24 फरवरी को अहमदाबाद दौरे से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों के लिये गठित की गई समिति के वित्त पोषण पर शनिवार को सवाल उठाए

Asianet News Hindi | Published : Feb 22, 2020 3:45 PM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 24 फरवरी को अहमदाबाद दौरे से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों के लिये गठित की गई समिति के वित्त पोषण पर शनिवार को सवाल उठाए।

ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट को टैग करते हुए उन्होंने हैरानी जताई कि सरकार समिति की “आड़ में क्या छिपाना” चाहती है। कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट किया, “राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह राशि एक समिति के जरिये खर्च की जा रही है। समिति के सदस्यों को ही नहीं पता कि वे इसके सदस्य हैं। क्या देश को यह जानने का अधिकार नहीं है कि किस मंत्रालय ने समिति को कितनी रकम दी? समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है?”

ट्विटर हैंडल के जरिए साधा निशाना

कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पैरोडी विज्ञापन के जरिये ‘डोनाल्ड ट्रंप नागरिक अभिनंदन समिति’ पर भी निशाना साधा। पोस्टर में कहा गया है कि “अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ हाथ हिलाने” के काम के लिये “अब भर्ती जारी” है। इसमें यह भी कहा गया कि पद 69 लाख हैं और वेतन “अच्छे दिन” होगा।

पार्टी ने एक ट्वीट में कहा, “मोदी जी द्वारा किए गये दो करोड़ नौकरियों के वादे में से 69 लाख पदों का ऐलान कर दिया गया है। जल्दी आवेदन करें।” इस बीच अहमदाबाद की महापौर बीजल पटेल की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में शनिवार को समिति की पहली बैठक भी हुई।

कांग्रेस उठा रही है सवाल

पहली बार विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने डोनाल्ड ट्रंप नागरिक अभिनंदन समिति की घोषणा की थी और कांग्रेस इस पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि बताएं कि इस समिति में कौन-कौन हैं।

‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी शुक्रवार को कहा था कि सरकार की तरफ यह दावा किया गया कि जो प्रबंध हो रहा है वह एक ‘नागरिक अभिनंदन समिति’ की तरफ से हो रहा है। यह समिति कौन है? यह कब बनी? इसका पंजीकरण कब हुआ और इसके पास इतना पैसा कहां से आया?’’

भारत के लिये ठोस नतीजे आने चाहिए

कांग्रेस ने कहा था कि ट्रंप का दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार का विस्तार नहीं होना चाहिए बल्कि इससे भारत के लिये ठोस नतीजे आने चाहिए। कांग्रेस के सवालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने शनिवार को पूछा कि ट्रंप का दौरा विश्व के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात है, ऐसे में कांग्रेस इस क्षण पर खुशी क्यों नहीं महसूस करती? भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ वैश्विक स्तर पर भारत का कद बढ़ने से कांग्रेस नाखुश क्यों है?

उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के संबंधों में यह मील का पत्थर माने जाने वाला क्षण है और मेरी कांग्रेस को सलाह है कि वह चिंतित होने की बजाए देश की उपलब्धियों पर गर्व करना शुरू करे।’’

समिति को लेकर कांग्रेस की आपत्तियों पर समिति अध्यक्ष बीजल पटेल ने कहा, “ऐसे आरोप निराधार हैं।”

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

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