जम्मू कश्मीर में पुलवामा हमले में मारे गए 40 शहीदों को आज श्रद्धांजलि देने का दिन है। पुलवामा में जवानों से भरी बस पर आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद भारत ने एयरस्ट्राइक कर जवानों की शहादत का बदला लिया था।
नई दिल्ली। भारत के इतिहास में आज का दिन शायद ही कोई भारतीय भुला सकेगा। ये दिन पुराने जख्मों को हरा करता है लेकिन भारतीय सेना के जवानों और उनकी शहादत की याद भी दिलाता है। 14 फरवरी को ही आज से 5 साल पहले पुलवामा अटैक हुआ था। जम्मू से सीआरपीएफ के जवान श्रीनगर जा रहे थे कि आतंकवादी की एक वैन सेने का जवानों से भरी बस से सीधे आकर भिड़ी और तेज धमाका हुआ।
हमले में 40 सीआरपीएफ जवान हुए थे शहीद
जवान सेना की बस से श्रीनगर जा रहे थे कि अचानक एक तेज रफ्तार वैन सामने से आई और बस से टकरा गई। बस के वैन से टकराते ही तेज धमाका हुआ। बस और वैन के परखच्चे उड़ गए। सड़क पर जवानों के पार्थिव शरीर ही बिखरे पड़े थे। दूर तक धुएं के गुबार ही दिख रहे थे। आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। इस हमले की गूंज भारत ही नहीं पूरी दुनिया में सुनाई दी थी।
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12 दिन में भारत ने लिया था बदला
पुलवामा हमले के बाद भारतवासियों का गुस्सा फूट पड़ा था। पीएम मोदी ने देशवासियों से वादा किया था कि एक-एक जवान की शहादत का बदला लिया जाएगा। आर्मी को खुली छूट दी थी कि वे आतंकियों के खिलाफ कब और कैसे कदम उठाने है खुद तय करें। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर दी थी।
78 बसों में 2500 जवान जा रहे थे श्रीनगर
जम्मू से 78 बसों से सीआरपीएफ के 2500 जवानों का काफिला श्रीनगर जा रहा था। जवानों की इस यात्रा की जानकारी आतंकियों को पहले से हो गई थी। ऐसे में काफी पहले से हमले की साजिश रची जा रही थी। दोपहर करीब 3 बजे पुलवामा से गुजरते वक्त आतंकी आदिल अहमद डार तेज रफ्तार कार लेकर जवानों के काफिले में घुस आया। कार में करीब 100 किलो आरडीएक्स होने की बात बताई जा रही थी। आतंकी ने कार ले जवानों की बस में टक्कर मार दी और तेज धमाके हुआ। हमले में 76 वें बटालियन के 40 जवान शहीद हो गए थे।
हमले में पाकिस्तान का हाथ आया था सामने
पुलवामा हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात सामने आई थी। एनआईए ने जांच के बाद बताया कि कैसे पाकिस्तान सरकार और आईएसआई ने यह साजिश रची थी। हमले में मसूद अजहर समेत उसके दो भाई अब्दुल राउफ असगर, मौलाना अम्मार अल्वी मुख्य आरोपी थे। इसके अलावा मोहम्मद इस्माइल, मोहम्मद अब्बास, बिलाल अहमद, शाकिर बशीर भी साजिश में शामिल थे।
17 फरवरी को पीएम ने किया था बदला लेने का ऐलान
हमले में पाकिस्तान का हाथ सामने आने के बाद पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि हर आंसू का बदला लिया जाएगा। 12 दिन के बाद 26 फरवरी की रात भारत के 12 मिराज-200 फाइटर जेट्स एलओसी क्रॉस कर पाकिस्तान में घुस गए और बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर कहर बनकर टूट पड़े। करीब 300 आतंकी हमले में मारे गए।