राहुल गांधी ने कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में आरएसएस की विचारधारा को जिम्मेदार ठहराया था। इस बयान को लेकर संघ कार्यकर्ता धुर्तीमान जोशी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था।
मुंबई. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मानहानि केस की सुनवाई के लिए गुरुवार को निचली अदालत शिवड़ी मझगांव में पेश हुए। राहुल गांधी ने कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में आरएसएस की विचारधारा को जिम्मेदार ठहराया था। जिसके बाद मुंबई के संघ कार्यकर्ता धुर्तीमान जोशी ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था।
संघ कार्यकर्ता धुर्तीमान जोशी ने संघ को बदनाम करने की बात कहते हुए शिकायत में कहा था, ''राहुल गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के 24 घंटे के अंदर बयान दिया, जो लोग संघ और भाजपा की विचारधारा के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उन पर हमले किए जाते हैं और यहां तक की जान से मार दिया जाता है। इसी प्रकार सीताराम येचुरी ने कहा था कि आरएसएस की विचारधारा के लोगों ने गौरी की हत्या की। ये लोग राजनीतिक फायदे के लिए संघ को बदनाम कर रहे हैं।''
वहीं इससे पहले जोशी ने यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के खिलाफ भी शिकायत की थी। जिसके बाद कोर्ट ने राहुल गांधी और सीताराम येचुरी को समन जारी किया था और सोनिया गांधी के खिलाफ लगाई याचिका को खारिज कर दिया था।
कोर्ट के बाहर आकर क्या बोले राहुल
कोर्ट के बाहर आते ही राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के सवाल पर कहा, कि जो मुझे कुछ कहना था, अपने पत्र में कह चुका हूँ। पिछले 5 साल में जिस तरह लड़ाई लड़ी, वो आगे भी 10 गुना ज्यादा ताकत से लड़ूंगा।