कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं का दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से गुरुवार को मुलाकात करेगा। इस दौरान वे कृषि कानूनों के खिलाफ 2 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर वाले दस्तावेज राष्ट्रपति को सौपेंगे।
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं का दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से गुरुवार को मुलाकात करेगा। इस दौरान वे कृषि कानूनों के खिलाफ 2 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर वाले दस्तावेज राष्ट्रपति को सौपेंगे।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस ने सितंबर में कृषि कानूनों को वापस लेने के समर्थन में हस्ताक्षर करने का अभियान चलाया गया था। इसमें देशभर से कृषि कानूनों के खिलाफ लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। 24 दिसंबर को राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं का दल राष्ट्रपति को इसे सौंपेंगे।
2 करोड़ लोगों ने किए हस्ताक्षर
वेणुगोपाल ने बताया कि इसमें लगभग 2 करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर करते हुए मांग की है कि इन कानूनों को वापस लेने में राष्ट्रपति दखल दें। उन्होंने कहा, सरकार ने बेशर्मी से विरोध करने वाले किसानों को बदनाम करने में जुटी है। इतना ही नहीं मोदी सरकार और उनके मंत्री किसानों को बेइज्जत कर रहे हैं।
वेणुगोपाल ने कहा, अहंकारी मोदी सरकार ने शुरू से ही किसानों को धोखा दिया है। अब यह साफ हो गया है कि मोदी सरकार किसानों और खेत मजदूरों के बजाय बड़े कॉर्पोरेटों की भलाई के लिए काम कर रही है।
कानून रद्द करने की मांग पर अड़े किसान
कृषि कानूनों के विरोध में लाखों किसान दिल्ली और उसके आस पास डेरा डाले हुए हैं। किसान पिछले 27 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार और किसानों के बीच कई स्तर की बातचीत हो चुकी है, हालांकि, अभी कोई नतीजा नहीं निकला है। सरकार कृषि कानूनों में बदलाव की बात कह चुकी है। जबकि किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं।