केंद्र सरकार द्वारा संसद से पारित किए गए कृषि विधेयक अब कानून का रूप ले चुके हैं लेकिन इनके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन अब भी जारी हैं। सोमवार सुबह यूथ कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट के पास एक ट्रक के माध्यम से लाए ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को फिर से निशाने पर लिया है। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा देश में बनाए गए नए कृषि कानून किसानों के लिए मौत का फरमान है। उन्होंने लिखा कि संसद और संसद के बाहर किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। यही सबूत है कि देश में लोकतंत्र मर चुका है।
नई दिल्ली. संसद से केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयक अब कानून का रूप ले चुके हैं लेकिन इनके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन अब भी जारी हैं। सोमवार सुबह यूथ कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट के पास एक ट्रक के माध्यम से लाए ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को फिर से निशाने पर लिया है। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा देश में बनाए गए नए कृषि कानून किसानों के लिए मौत का फरमान है। उन्होंने लिखा कि संसद और संसद के बाहर किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। यही सबूत है कि देश में लोकतंत्र मर चुका है।
राहुल गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उपसभापति हरिवंश ने विपक्ष द्वारा सीट पर खड़े होकर डिविजन की मांग के बाद भी आदेश नहीं दिया था और बिना डिविजन के ध्वनि मत से कृषि बिलों को पास करवा दिया था। हालांकि, उपसभापति की ओर से इसपर कहा गया था कि उन्होंने मिनट दर मिनट उस पूरे वाक्ये के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा कि उन्होंने सभी सबूत सामने रख दिए थे जिसे सब देख सकते थे।
देश के कईं हिस्सों में प्रदर्शन जारी
कृषि कानूनों के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका विरोध जारी है। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शहीद भगत सिंह के जन्मदिन के अवसर पर उनके पैतृक गांव में धरना दिया। उनके साथ उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और राज्य के कईं मंत्री भी शामिल रहे। सोमवार को दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु और कर्नाटक में किसान फिर सड़कों पर उतरे। दिल्ली मेंने राजपथ में एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया.