राजस्थान : राजनीतिक विवाद पर पहली बार बोलीं वसुंधरा- कांग्रेस के आंतरिक कलह का नुकसान जनता उठा रही

Published : Jul 18, 2020, 11:02 AM ISTUpdated : Jul 18, 2020, 03:46 PM IST
राजस्थान : राजनीतिक विवाद पर पहली बार बोलीं वसुंधरा- कांग्रेस के आंतरिक कलह का नुकसान जनता उठा रही

सार

राजस्थान में पिछले 9 दिनों से राजनीतिक उठापटक जारी है। इन सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी। राजे ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता उठा रही है।

जयपुर. राजस्थान में पिछले 9 दिनों से राजनीतिक उठापटक जारी है। इन सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी। राजे ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता उठा रही है। दरअलस, वसुंधरा पर भाजपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनिवाल ने गहलोत सरकार की मदद करने का आरोप लगाया था। वसुंधरा अब तक राजस्थान के पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए थीं।

वसुंधरा ने कहा, राज्य कोरोना से जूझ रहा है, किसान टिड्डियों के हमलों से परेशान हैं। महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है। सरकार के लिए सिर्फ जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए।  

भाजपा ने साधा निशाना

भाजपा ने राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, राजस्थान में कांग्रेस का राजनीतिक ड्रामा चल रहा है। ये साजिशों, षडयंत्र, झूठ, फरेब और कानून को ताक में रखकर काम करने का कॉकटेल है। साथ ही भाजपा ने फोन टैपिंग मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग की। 

संबित पात्रा ने कहा, राजस्थान की सरकार 2018 में बनी, अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री बनें, उसके बाद एक कोल्ड वॉर की स्थिति कांग्रेस पार्टी की सरकार में बनी रही। कल अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने आकर कहा है कि 18 महीने से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच में बातचीत नहीं हो रही थी।

सीबीआई जांच हो- भाजपा
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, भाजपा इस पूरे मामले में CBI जांच की मांग करती है। क्या फोन टैपिंग में एसओपी का पालन किया गया या  सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है? इन सभी मामलों में सीबीआई जांच हो। 

 भाजपा ने दागे ये 6 सवाल

1- क्या फोन टैपिंग किया गया, राजस्थान की कांग्रेस सरकार इस पर जवाब दे...
2- अगर फोन टैपिंग किया गया तो क्या यह संवेदनशील और कानूनी विषय नहीं है?
3- अगर आपने फोन टैपिंग किया तो आपने आधिकारिक एसओपी को फॉलो किया?
4- क्या राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने अपने आप को विपरीत स्थिति में पाकर गैर संवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल किया?
5- क्या राजस्थान में कोई भी व्यक्ति, जो किसी भी पार्टी से संबंधित हो, उसका फोन टैपिंग किया जा रहे हैं?
6- क्या अप्रयत्क्ष रूप तौर पर राज्य में इमरजेंसी नहीं लगी है?
 

मायावती ने साधा गहलोत पर निशाना
बसपा सुप्रिमो मायावती ने भी गहलोत पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा, राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का उल्लंघन किया, अब जाहिर तौर पर नेताओं के फोन टेप किए हैं। ये गैर-कानूनी व असंवैधानिक हैं। उन्होंने कहा, राज्यपाल को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।



क्या है फोन टैपिंग मामला?
अशोक गहलोत के ओएसडी ने मीडिया में 3 ऑडियो जारी किए थे। दावा है कि इसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा, विश्वेन्द्र और संजय सौदेबाजी कर रहे हैं। हालांकि, शेखावत और भंवरलाल ने इसे फर्जी करार देते हुए कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सचिन पायलट और भाजपा पर सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उनके पास इसके सबूत भी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि गहलोत इन्हीं ऑडियो का जिक्र कर रहे हों।

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