बीजेपी ने चार और प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। राज्यसभा में यूपी से बीजेपी आठ प्रत्याशियों को भेज रही है। बीजेपी ने विभिन्न राज्यों की खाली 57 सीटों में से 22 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान अभी तक कर दिया है।
नई दिल्ली। भाजपा ने सोमवार की देर रात में राज्यसभा चुनाव के लिए चार और उम्मीदवारों की घोषणा की है। बीजेपी ने यूपी में सारे अटकलों को विराम लगाते हुए के.लक्ष्मण और मिथिलेश कुमार के नामों का ऐलान किया। दोनों यूपी से राज्यसभा जाएंगे जबकि मध्य प्रदेश से सुमित्रा बाल्मीकि और कर्नाटक से लाल सिंह सिरहोया को बीजेपी ने कैंडिडेट बनाया है। बीजेपी ने रविवार को 18 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया था। देश के विभिन्न राज्यों में 57 सीटों के लिए दस जून को चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी अबतक 22 कैंडिडेट्स का ऐलान कर चुकी है।
यूपी से ये भी जाएंगे राज्यसभा
यूपी में राज्यसभा की 11 सीटें खाली है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के आधार पर बीजेपी आसानी से सात सदस्यों को भेज सकती है। जबकि आठवीं उम्मीदवार के लिए चुनाव हो सकते हैं लेकिन विपक्ष द्वारा चौथा उम्मीदवार नहीं उतारे जाने से बीजेपी के 8 कैंडिडेट जीत सकते हैं। रविवार को बीजेपी ने छह उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। इन छह उम्मीदवारों में लक्ष्मीकांत वाजपेयी, राधा मोहन अग्रवाल, सुरेंद्र नगर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह और संगीता यादव शामिल हैं। लक्ष्मी कांत बाजेयपी बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। जबकि डॉ.राधामोहन दास अग्रवाल गोरखपुर सदर से चार बार के विधायक रहे हैं। इस बार योगी आदित्यनाथ के लिए सीट छोड़े थे। बाबूराम निषाद, समाज के बड़े नेता हैं तो दर्शना सिंह बीजेपी यूपी महिला मोर्चा की प्रमुख हैं। संगीता यादव, चौरीचौरा की विधायक थीं लेकिन इस बार गठबंधन में सीट निषाद पार्टी को चले जाने की वजह से चुनाव नहीं लड़ी थीं। सोमवार को बीजेपी ने यूपी से दो और उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसमें के.लक्ष्मण का नाम भी यूपी से है। लक्ष्मण बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष हैं।
इनको मिली निराशा
बीजेपी के कई प्रमुख चेहरों को इस बार राज्यसभा की लिस्ट से निराशा हाथ लगी है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी ने इस बार राज्यसभा से बाहर बैठाने का फैसलपा किया है। नकवी, झारखंड के प्रतिनिधि के रूप में राज्यसभा में हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का नाम भी लिस्ट में नहीं है। ओपी माथुर, भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम और विनय सहस्त्रबुद्धे जैसे दिग्गज भी इस बार बाहर ही रहेंगे। बीजेपी के राज्यसभा में मुख्य सचेतक शिव प्रताप शुक्ल को भी इस बार राज्यसभा नहीं भेजा जा रहा है। यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी छोड़ने वाले वाले राज्यसभा सांसद संजय सेठ और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम को भी निराशा हाथ लगी है। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री आरपीएन सिंह की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है।
जानिए किस राज्य में कितनी सीटें हैं रिक्त
राज्यसभा के लिए 15 राज्यों से 57 एमपी चुनकर आने हैं। बीते दिनों इन सभी सीटों पर निर्वाचित सांसदों का कार्यकाल खत्म हुआ है। आंध्र प्रदेश में चार सीटों पर चुनाव होने हैं तो छत्तीसगढ़ से दो राज्यसभा की सीटों पर चुनाव होने हैं। मध्य प्रदेश में तीन सीटों पर चुनाव होंगे, कर्नाटक में चार सीटें खाली हैं। ओडिशा में तीन सीटें खाली हैं, महाराष्ट्र में छह सीटें खाली हैं, राजस्थान में चार सीटें खाली हैं तो पंजाब में दो और उत्तराखंड में एक सीटों पर चुनाव होने जा रहा है। बिहार में भी पांच सीटें राज्यसभा की खाली हैं। झारखंड और हरियाणा में दो-दो राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हुई है।
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